जोधपुर. प्रदेश-देश में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं. जिस वजह से ज्यादातर लोग गलत दवाईयां खाकर अपनी जान गवां चुके हैं. इस अवज में शुक्रवार को शहर के शिकारगढ़ इलाके में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर छापा मारा.
स्वास्थ विभाग ने कॉन्सटेबल को मरीज बनाकर भेजा
स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने पूरी योजना के साथ एक पुलिस कॉन्स्टेबल को मरीज बनाकर झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर उपचार के लिए भेजा. झोलाछाप डॉक्टर प्रदीप सोलंकी ने कॉन्स्टेबल का उपचार करना शुरू कर दिया. प्रदीप सोलंकी कॉन्स्टेबल को अंग्रेजी दवाइयां लिख रहा था. उसके तुरंत बाद डिप्टी सीएमएचओ (Deputy CMHO) डॉ. प्रीतम सिंह अपनी टीम के साथ पहुंचे और डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया. स्वास्थय विभाग को पूछताछ के दौरान पता चला की फर्जी डॉकटर बने प्रदीप सोलंकी के पास विभाग द्वारा मान्य डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है.
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डिप्टी सीएमएचओ (Deputy CMHO) डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि डीसीपी ईस्ट धर्मेंद्र सिंह यादव ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम को सूचित किया था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग (health Department) की टीम ने योजना बनाकर कर यह कार्रवाई की है. टीम को मौके से एंटीबायोटिक सहित अन्य कई तरह की दवाइयां और चिकित्सा उपकरण मिले हैं.
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स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने जब झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक पर छापा मारा तो उस समय कई अन्य मरीज भी मौजूद थे. जो लगातार झोलाछाप डॉक्टर से उपचार प्राप्त कर रहे थे. बताया जा रहा है कि कोरोना काल में भी झोलाछाप डॉक्टर ने लोगों का उपचार किया था. डिप्टी सीएमएचओ (Deputy CMHO) ने औषधि नियंत्रक अधिकारी (Drug Control Officer) को भी मौके पर बुलाया. झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.