जोधपुर. जोधपुर रेलवे ट्रैक के विद्युतिकरण का काम पूरा हो गया है. जोधपुर से लूणी होते (electric train soon to start in jodhpur) हुए मारवाड़ जंक्शन तक इलेक्ट्रिक ट्रैक पूरी तरह से तैयार हो गया है. रेल के अधिकारियों ने अनौपचारिक ट्रॉयल भी कर लिया है. अब 28 मार्च को मुख्य संरक्षा आयुक्त निरीक्षण कर इस ट्रैक पर गाड़ियों के संचालन को हरी झंडी देंगे. इसके बाद माना जा रहा है (Electrification completed for jodhpur electric train) कि एक अप्रैल से इस ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू हो जाएगी. इसकी शुरुआत गुड्स ट्रेन से होगी, जिसके बाद यात्री गाड़ियों को शुरू किया जाएगा.
डीआरएम गीतिका पांडे ने इलेक्ट्रिफिकेशन के काम का निरीक्षण करने के बाद बताया कि पिछले साल तक हमारा क्षेत्र सिंगल लाइन था और इलेक्ट्रिफिकेशन भी नहीं था. लेकिन हमने एक साल में तेजी से काम किया है. इसके साथ ही जोधपुर फूलेरा के बीच डबल लाइन का काम तेजी से चल रहा है. इलेक्ट्रिफिकेशन का जोधपुर से लूणी के बीच के 32 किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है. 28 मार्च को सीआरएस निरीक्षण के दौरान स्पीड ट्रायल होगा, जिसके बाद इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू की जाएगी.
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मुंबई तक होगी कनेक्टिविटी: उन्होंने बताया कि जोधपुर से लूणी मारवाड़ जंक्शन का इलेक्ट्रिफिकेशन 31 मार्च तक खत्म हो जाएगा. ट्रेन में मारवाड़ जंक्शन से आगे मुंबई तक इलेक्ट्रिक ट्रैक है. ऐसे में सीआरएस के निरीक्षण के बाद जब हरी झंडी मिलेगी तो मुंबई तक हमारी कनेक्टिविटी इलेक्ट्रिक ट्रैक से हो जाएगी. इससे व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा. इसके अलावा यात्री ट्रेनों की गति भी बढेगी.
जुडने में लगे 135 साल: जोधपुर रेलवे का इतिहास काफी पुराना है. साल 1885 में जोधुपर रेलवे अस्तित्व में आया था. उस समय इसका क्षेत्र पाकिस्तान के सिंध हैदराबाद तक था. पहली ट्रेन 9 मार्च 1885 को जोधपुर रेलवे स्टेशन से लूणी के बीच चली थी. आजादी के बाद जोधपुर रेलवे का बड़ा भाग पाकिस्तान में चला गया था. अब 135 साल बाद जोधपुर रेलवे इलेक्ट्रिक ट्रैक से जुड़ा है.