जोधपुर. जोधपुर पंचायत समिति चुनाव के परिणामों की स्थिति साफ हो गई है. इस चुनाव में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी महत्वपूर्ण समितियां में किंग मेकर की भूमिका निभाएगी. जिले की ओसियां, बावड़ी, भोपालगढ़, चामू, बिलाड़ा, बापिणी और घण्टियाली में आएलपी के सहयोग से ही बीजेपी या कांग्रेस के प्रधान बनेंगे. चामू में आरएलपी खुद का भी प्रधान बना सकती है.
हालांकि हनुमान बेनीवाल और ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के बीच हुई बयानों की लड़ाई के बाद अगर आरएलपी ओसियां में भाजपा को समर्थन देती है तो दिव्या मदेरणा को अपने विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ेगा, क्योंकि ओसियां में दोनों दलों को एक-एक सदस्य की जरूरत है.
ओसियां विधानसभा क्षेत्र की तिंवरी पंचायत समिति में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल चुका है. इसके अलावा बावड़ी समिति में भी सबकुछ रालोपा ही तय करेगी. इस पंचायत समिति का आधार क्षेत्र भोपालगढ़ और आधा ओसियां विधानसभा क्षेत्र में आता है. जिसके टिकट को लेकर बद्री जाखड़ और दिव्या मदेरणा के बीच तनातनी भी हुई थी, लेकिन रालोपा ने दोनो नेताओ का समीकरण बिगाड़ दिया.
दिव्या ने कहा था बोतल को कुए में डाल दो
पंचायत चुनाव के प्रचार के दौरान हनुमान बेनीवाल ने ओसियां क्षेत्र में प्रचार करते हुए साफ कहा था कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस के सामने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था. इसलिए वहां की जनता से उन्होंने अपने लिए समर्थन मांगा था.
दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल की पार्टी पर जबरदस्त प्रहार किए थे एक सभा में दिव्या ने कहा था कि बोतल को कुएं में डाल दो. जिसका पलटवार बेनीवाल ने करते हुए कहा था कि बोतल कोई भंवरी थोड़ी है जिसे कुएं में डाल दोगे.
पंचायत चुनाव में राष्ट्रीय लोक तांत्रिक पार्टी ने समितियों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई, लेकिन जिला परिषद में खाता नहीं खुला. समितियों के चुनाव में सर्वाधिक सीटें ओसियां भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जीती जिससे कांग्रेस को नुकसान भी हुआ. परिणाम के बाद ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने रालोपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी किसी भी एंगल से किसानों के हित में काम करने वाली नही है बल्कि किसान राजनीति को कमजोर करने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि आज का जनादेश यही कहता है कि रालोपा किसान राजनीति की बात करती है, लेकिन असल में आरएलपी सामंतवाद, शहरीकरण और बीजेपी के एजेंडे पर काम करती है. इसलिए मैं कहती थी कि जो दिखता है वो वैसा होता नहीं है. रालोपा बीजेपी को मजबूत करने का काम कर रही है. दिव्या मदेरणा ने कहा कि मुझे कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन रालोपा जो भाषणों में कह रहे थे वह साफ हो गया. वो कहीं पर भी जीतने की स्थिति में नहीं है. उम्मीदवारों को हराने और वोट काटने का काम कर रही है.
रालोपा कैंची है जो किसान राजनीति को काटने का काम कर रही है. दिव्या मदेरणा अपनी मां लीला मदरेणा के छठी बार जिला परिषद सदस्य चुनने के बाद प्रमाण पत्र लेने मतगणना केंद्र पर आई थी. उल्लेखनीय है कि चुनाव प्रचार में भी हुनमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा के बीच चुनावी बयानबाजी जोरों पर थी.