जोधपुर. रातानाडा थाना इलाके में बीते 3 दिन से बालक को तलाश रही पुलिस की टीम का जाब्ता बढ़ाया गया है. इसके अलावा डीसीपी धर्मेंद्र सिंह यादव खुद खंडा फलसा थाने में बैठकर पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इलाके के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए सभी थाने के एक्सपर्ट्स को लगाया गया है. इसके अलावा भीतरी शहर कुम्हारिया कुआं की गलियों में भारी संख्या में पुलिस के जवान लोगों से छानबीन करते नजर आ रहे हैं.
सादे वस्त्रों में भी पुलिस के जवान लगाए गए हैं. कारण इसका यह है कि पुलिस को अंदेशा है कि जिस जगह हिमांशु का परिवार रहता है. वहां से किसी बच्चे को उठाकर ले जाना आसान नहीं है. क्योंकि वह भीतरी शहर की तंग गलियां हैं. यहां से बच्चे को अंतिम बार 15 मार्च की दोपहर 2:27 बजे पर एक से सीसीटीवी फुटेज में गली के अंदर आते हुए देखा. हालांकि, गली आगे से खुली है. अगर कोई लेकर गया है तो आगे से लेकर गया है. क्योंकि रात 10 बजे तक हिमांशु के गायब होने तक वापस वह किसी कैमरे में नजर नहीं आया. घर परिवार के इकलौते बेटे के हत्या की जानकारी मिलने के बाद से परिवार के साथ-साथ आसपास के लोग भी सदमे में हैं. हिमांशु के पिता बंसीलाल पैसे से हलवाई हैं, हिमांशु की दो बड़ी बहनें हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है.
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विरोध में रास्ता रोका
कुम्हारिया कुआं क्षेत्र में हुई इस घटना के विरोध में क्षेत्रवासी काफी आहत हैं. महिलाएं सड़क पर उतर आईं, बाजार बंद करवा दिए. महिलाओं का आरोप है कि 3 दिन से बच्चे की तलाश पुलिस नहीं कर पाई और आखिर कर उसका शव सामने आया है. ऐसे लोगों को फांसी दे देनी चाहिए. स्थानीय लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करे.
रस्सी से गला घोटा फिर कट्टे में डाला
कटे में मिले शव के गले में रस्सी का टुकड़ा भी मिला है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बेहरहमी से मासूम के गले को घोटा गया. इससे पहले उसके साथ मारपीट भी की गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार शव 2 दिन पुराना लग रहा है. यानी कि 15 तारीख की रात को अपहरण के बाद ही हिमांशु की हत्या कर दी गई.