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Cyber Fraud with Old Man in Jodhpur - मोबाइल नंबर बंद हो जाएगा अगर आपने KYC अपडेट नहीं की....ऐसे उड़ाए बुजुर्ग के खाते से 5 लाख

राजस्थान ही नहीं पूरे देश में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। मोबाइल पर फोन करके किसी योजना का झांसा देकर या फिर किसी भी बात का डर दिखाकर आम लोगों से साइबर ठगी की जा रही है। जोधपुर में भी एक बुजुर्ग के साथ मोबाइल सिम की केवाईसी अपडेट नहीं होने पर नंबर बंद होने का डर दिखाकर 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी (Cyber Fraud with Old Man in Jodhpur) की गई है।

Jodhpur Cyber Crime
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Published : Dec 18, 2021, 10:59 AM IST

Updated : Dec 18, 2021, 11:28 AM IST

जोधपुर. साइबर ठगी से बचाव के लिए पुलिस जागरूक तो कर रही है जिसके चलते अब एटीएम पिन से ठगी के मामले तो कम हुए हैं, लेकिन साइबर ठग भी नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। नए ट्रेंड के तहत अब मोबाइल में एप डाउनलोड (Cyber Fraud through app download in Jodhpur) कराकर ठगी कर रहे हैं। 10 दिनों में इस तरह की साइबर ठगी का दूसरा मामला जोधपुर में सामने आया है। इस बार भी बुजुर्ग को निशाना बनाकर खाते से 5 लाख रुपए (Cyber Crime of 5 lakh rupee in Jodhpur) बदमाशों ने निकाल लिए।

कीर्तिनगर निवासी 62 वर्षीय पोकरराम जाट ने इस संदर्भ में माता का थान थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि 28 नबम्बर को किसी व्यक्ति ने फोन करके कहा कि वह बीएसएनएल की नोएडा ऑफिस से बोल रहा है, आपने सिम की केवाईसी अपडेट नहीं किया तो आपका सिम कार्ड लॉक हो जाएगा। उसने बुजुर्ग को बताया कि डोंट एप इंस्टॉल (Cyber Fraud through Don't app install ) कर केवाईसी अपडेट कर दें।

यह भी पढ़ें- साइबर ठगों ने दो बैंकों की 3 शाखाओं को बनाया निशाना, 1 करोड़ रुपए का लगाया चूना

बुजुर्ग ने उसके बताए अनुसार लिंक से डाउन एप डाउनलोड किया और उसके बाद उस व्यक्ति ने कहा कि 10 रुपए का रिचार्ज अपने नंबर पर करें। जब पोकर राम ने 10 का रिचार्ज करने के लिए अकाउंट डिटेल डाली तो कुछ देर बाद उनके खाते से 5 ट्रांजेक्शन से करीब 5,00,000 रुपए निकल गए। माता का थान थानाधिकारी निशा भटनागर मामले की जांच कर रही हैं।

10 दिन पहले रिटायर्ड बैंककर्मी से हुई थी ठगी

9 दिसम्बर को भगत की कोठी थाना क्षेत्र निवासी एक रिटायर्ड बैंक कर्मी के साथ भी ऐसा ही हुआ। सिम की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर उनके मोबाइल पर एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड (Cyber crime through Any Desk Download ) करवा कर साइबर ठगों ने 4.50 लाख रुपए निकाल लिए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर बदमाश मोबाइल को रिमोट ऑपरेटिंग कर ठगी करते हैं। इसके अलावा जो एप्लीकेशन लिंक से डाउनलोड करवाते हैं उसका डेटा उनके पास चला जाता है, जिसका इस्तेमाल कर वे बैंक से रुपए निकाल लेते हैं।

यह भी पढ़ें- Cyber Crime का गढ़ बन रहा भरतपुर-मेवात, उत्तराखंड DGP ने राजस्थान सरकार को लिखा पत्र

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कीर्तिनगर निवासी 62 वर्षीय पोकरराम जाट ने इस संदर्भ में माता का थान थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि 28 नबम्बर को किसी व्यक्ति ने फोन करके कहा कि वह बीएसएनएल की नोएडा ऑफिस से बोल रहा है, आपने सिम की केवाईसी अपडेट नहीं किया तो आपका सिम कार्ड लॉक हो जाएगा। उसने बुजुर्ग को बताया कि डोंट एप इंस्टॉल (Cyber Fraud through Don't app install ) कर केवाईसी अपडेट कर दें।

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बुजुर्ग ने उसके बताए अनुसार लिंक से डाउन एप डाउनलोड किया और उसके बाद उस व्यक्ति ने कहा कि 10 रुपए का रिचार्ज अपने नंबर पर करें। जब पोकर राम ने 10 का रिचार्ज करने के लिए अकाउंट डिटेल डाली तो कुछ देर बाद उनके खाते से 5 ट्रांजेक्शन से करीब 5,00,000 रुपए निकल गए। माता का थान थानाधिकारी निशा भटनागर मामले की जांच कर रही हैं।

10 दिन पहले रिटायर्ड बैंककर्मी से हुई थी ठगी

9 दिसम्बर को भगत की कोठी थाना क्षेत्र निवासी एक रिटायर्ड बैंक कर्मी के साथ भी ऐसा ही हुआ। सिम की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर उनके मोबाइल पर एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड (Cyber crime through Any Desk Download ) करवा कर साइबर ठगों ने 4.50 लाख रुपए निकाल लिए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर बदमाश मोबाइल को रिमोट ऑपरेटिंग कर ठगी करते हैं। इसके अलावा जो एप्लीकेशन लिंक से डाउनलोड करवाते हैं उसका डेटा उनके पास चला जाता है, जिसका इस्तेमाल कर वे बैंक से रुपए निकाल लेते हैं।

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Last Updated : Dec 18, 2021, 11:28 AM IST
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