जोधपुर. शहर के मंडलनाथ चौराहे के आगे पालड़ी खींचियां स्थित सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में रविवार रात एक जवान ने अपने परिवार सहित खुद को बंधक बना लिया. जवान ने इसके बाद आठ राउंड फायर किए. मामले में पिछले 18 घंटे से गतिरोध बना हुआ है. वहीं, सोमवार को जवान ने खुद को गोली मार ली. जिससे उसकी मौत (CRPF Jawan Naresh shot himself in Jodhpur) हो गई.
बता दें, पूरी रात पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी जवान को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन नहीं समझा पाए. रविवार शाम पांच बजे से चल रहे गतिरोध के बीच कुछ देर पहले नरेश जाट ने अपना मोबाइल ऑन किया. जिसके बाद उससे अधिकारियों ने बात कर समझाइश का प्रयास किया. इस दौरान नरेश ने साफ शब्दों में कहा था कि मुझे यहां किसी भी अधिकारी पर विश्वास नहीं है. मैं सीआरपीएफ के आईजी से ही बात करूंगा. जिसके बाद सीआरपीएफ के आईजी जयपुर से जोधपुर पहुंचे. इसके बाद जवान ने खुद को गोली मार ली.
रविवार को छुट्टी को लेकर हुई थी बहस- बताया जा रहा है कि रविवार को छुट्टी को लेकर सीआरपीएफ जवान की अधिकारियों से बहस हुई थी. बहस के बाद नाराज होकर उसने एक जवान का हाथ भी काट दिया था. इसके बाद शाम पांच बजे मानसिक रूप से परेशान जवान ने सीआरपीएफ परिसर स्थित अपने आवास में खुद को परिवार सहित बंधक बना लिया. उसके साथ पत्नी और बेटी है. उसने अब तक आठ हवाई फायर किए हैं. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ सहित अन्य अधिकारी भी सीआरपीएफ केंद्र पहुंच गए हैं.
डीसीपी ईस्ट अमृता दुहन ने बताया की वह अपनी मांगों को लेकर असंतुष्ट है. उससे बात के प्रयास चल रहे हैं और सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं. जवान के परिजनों को भी बुलाया गया है. उनके मार्फत वार्ता की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में 3 साल से पद स्थापित पाली जिले के राजोला कला निवासी नरेश जाट ने रविवार शाम 5:00 बजे करीब पहला हवाई फायर किया था. जिसके बाद सीआरपीएफ के अंदर अफरातफरी मच गई. अमृता दुहन ने बताया कि पहले अधिकारियों ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना. जवान नशे में था. उन्होंने बताया कि पाली जिले से उसके पिता और भाई को भी बुलाया गया है. पिता ने फोन पर उससे बात की लेकिन वह शांत नहीं हो रहा है. पुलिस के अधिकारी उसके घर के आस पास बने हुए हैं.
पिता ने समझाया मगर नहीं माना
पाली में यातायात पुलिस में कार्यरत नरेश के भाई ने पुलिस को बताया कि करीब 7-8 महीने पहले उसका एक्सीडेंट हुआ था. उसके बाद से वह अचानक अपना आपा खो देता है. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने नरेश की समझाने के लिए उसके पिता को सूचित किया. जिसपर पिता ने उससे फोन पर बात की, लेकिन नरेश लगातार मरने और मारने की बात कह रहा है.
जवान के पास मौजूद है 40 राउंड फायर
सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि कॉन्स्टेबल नरेश जाट के पास इंसास राइफल में दो मैगजीन हैं. एक में 20 राउंड फायर होते हैं. इस हिसाब से नरेश के पास कुल 40 राउंड फायर मौजूद हैं, जिसमें से उसने 8 फायर किए हैं. फिलहाल सीआरपीएफ के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौके उसे समझाने का प्रयास कर रहे हैं.