जोधपुर. प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर शनिवार को जोधपुर शहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर धरना दिया. धरना करीब 2 घंटे तक चला. धरने के अंत में जिन नेताओं या कार्यकर्ताओं ने मास्क नहीं लगाया हुआ था या फिर जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन किया, उनका चालान काटा गया. इस बात का कार्यकर्ताओं ने विरोध भी किया. लेकिन फिर बड़े नेताओं की बात मानते हुए चुपचाप चालान कटवा लिया.
मौके पर मौजूद एसीपी दरजाराम ने बताया कि कानून सबके लिए बराबर है. लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि क्या कांग्रेस का धरना प्रदर्शन की परमिशन मिली है तो पुलिस ने यह सवाल टाल दिया और यह कहते हुए निकल गए कि हम सब के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
वहीं क्षेत्र के थाना अधिकारी प्रदीप शर्मा ने कहा कि अनुमति अभी विचाराधीन है. मुझे अनुमति प्राप्त नहीं हुई है और हमने किसी को भी अनुमति के साथ आएंगे तो कभी नहीं रोका जाएगा, लेकिन बिना अनुमति के धरना नहीं देने दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें : विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को गहलोत कैबिनेट ने दी मंजूरी, राज्यभर में प्रदर्शन आज
इस दौरान मौके पर पहुंचे डीसीपी धर्मेंद्र सिंह यादव से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गृह विभाग की गाइडलाइन के अनुसार सड़क पर धरने की अनुमति नहीं दी जा सकती और इस धरने की भी अनुमति नहीं है. हमने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी करवाई है. कुछ लोगों के चालान भी काटे हैं. हालांकि जब विवाद बढ़ा तो कुछ देर बाद कांग्रेस ने अपना धरना समाप्त कर दिया, पंडाल गिरा दिया गया और पुलिस के सहयोग से सभी कांग्रेसी वहां से निकल गए.