जोधपुर. जिले के पीपाड़ कस्बे को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दूसरा घर माना जाता है. इस कस्बे की नगर पालिका में कांग्रेस ने 17 साल बाद बहुमत हासिल किया है. ऐसे में पार्टी अपना अध्यक्ष बनाने से पहले किसी भी तरह का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती है. सभी जीते हुए 21 पार्षदों को पार्टी ने पहले जोधपुर में बाड़ेबंदी में रखा था, इसके बाद मंगलवार शाम को 21 पार्षदों को जैसलमेर रवाना कर दिया गया है.
बता दें कि ये सभी पार्षद जैसलमेर से ही 20 दिसंबर को अध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान करने के लिए पीपाड़ पहुंचेंगे. कांग्रेस की ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त शिवकरण सैनी ने बताया कि किसी भी तरह की बाड़ेबंदी नहीं की गई है. हम सब पार्टी के कार्यकर्ता हैं और सब एक साथ रह रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जो भी आदेश होगा, उसकी पालना की जाएगी.
दरअसल, पीपाड़ नगर पालिका अध्यक्ष पद पर महिला को ही अध्यक्ष बनना है. ऐसे में कुल 6 महिलाएं अध्यक्ष पद के दावेदार थी, जिसके चलते वहां टूट होने की आशंका है. हालांकि, सबसे प्रबल दावेदार सम्मू देवी ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि वह मुख्यमंत्री के निर्देशों की पालना करेंगी.
सम्मू देवी के नामांकन के बाद पार्टी ने सभी विजेता पार्षदों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के नाम पर जैसलमेर रवाना कर दिया. पीपाड़ नगर पालिका में कुल 35 सीटें हैं, जिसमें से कांग्रेस ने इस बार 21 सीटों पर चुनाव जीता है.