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जोधपुर में न्यूरो सर्जरी विभाग की कॉन्फ्रेंस, ऑपरेशन की नई तकनीक पर चर्चा

जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स को उपचार की नई तकनीकों से रूबरू कराने के लिए कॉन्फ्रेंस चल रही है. जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में विकसित हो रही नई तकनीक के बारे में जानकारी दी जा रही है. इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने देश-प्रदेश से कई नामी न्यूरो सर्जन यहां पहुंचे हैं.

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जोधपुर में चल रही है डॉक्टर्स की कॉन्फ्रेंस
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Published : Dec 21, 2019, 8:43 AM IST

जोधपुर. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों में डॉक्टर्स को अपने-अपने क्षेत्र में उपचार व निदान में होने वाली नई जानकारी से रुबरु करवाने के लिए कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है. शुक्रवार को न्यूरो सर्जरी विभाग की वर्कशॉप शुरू हुई. जिसमें प्रदेश व देश के नामी न्यूरो सर्जन भाग लेने पहुंचे. मेडिकल कॉलेज के कॉउंसिल हॉल में पहले दिन न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में विकसित हो रही नई तकनीक पर विचार विमर्श हुआ. शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ मौके पर आए देश के जाने-माने न्यूरो सर्जन एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. एसआर धारकर भी पहुंचे.

जोधपुर में चल रही है डॉक्टर्स की कॉन्फ्रेंस

उन्होंने बताया कि सर्जरी के क्षेत्र में मिनिमल इन्वेसिव पद्धति का उपयोग बढ़ रहा है. लेकिन, यह ध्यान रखने की जरूरत है कि सभी जगह इसे उपयोग में नहीं लिया जा सकता. न्यूरो के ऑपरेशन में जरूरी नहीं छोटा चीरा लगे. आयोजन सचिव डॉ. शरद थानवी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का समापन शनिवार को होगा. इसी तरह से चर्म रोग विभाग में सार्क देशों के डर्मटॉलजिस्ट संघ के डॉक्टर्स की अगुवाई में शनिवार को सार्क-एएडी -2019 दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस शुरू होगी. इसमें 300 डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं.

यह भी पढ़ें : प्रदेश के इन जिलों में 'रन फॉर निरोगी राजस्थान' के लिए दौड़े युवा

आयोजन सचिव डॉ. दिलीप कच्छावा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में दुबई, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका सहित अन्य देशों के डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं. सार्क एएडी के सचिव डॉ. अनिल गंजू ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की थीम हाऊ आई मैनेज रखी गई है. जिससे डॉक्टर्स यह जानने का प्रयास करेंगे कि रोगों का प्रबंधन कैसे हो. ताकि बेहतर व नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिलने के बाद मरीजों को इसका लाभ मिल सके.

जोधपुर. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों में डॉक्टर्स को अपने-अपने क्षेत्र में उपचार व निदान में होने वाली नई जानकारी से रुबरु करवाने के लिए कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है. शुक्रवार को न्यूरो सर्जरी विभाग की वर्कशॉप शुरू हुई. जिसमें प्रदेश व देश के नामी न्यूरो सर्जन भाग लेने पहुंचे. मेडिकल कॉलेज के कॉउंसिल हॉल में पहले दिन न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में विकसित हो रही नई तकनीक पर विचार विमर्श हुआ. शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ मौके पर आए देश के जाने-माने न्यूरो सर्जन एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. एसआर धारकर भी पहुंचे.

जोधपुर में चल रही है डॉक्टर्स की कॉन्फ्रेंस

उन्होंने बताया कि सर्जरी के क्षेत्र में मिनिमल इन्वेसिव पद्धति का उपयोग बढ़ रहा है. लेकिन, यह ध्यान रखने की जरूरत है कि सभी जगह इसे उपयोग में नहीं लिया जा सकता. न्यूरो के ऑपरेशन में जरूरी नहीं छोटा चीरा लगे. आयोजन सचिव डॉ. शरद थानवी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का समापन शनिवार को होगा. इसी तरह से चर्म रोग विभाग में सार्क देशों के डर्मटॉलजिस्ट संघ के डॉक्टर्स की अगुवाई में शनिवार को सार्क-एएडी -2019 दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस शुरू होगी. इसमें 300 डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं.

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आयोजन सचिव डॉ. दिलीप कच्छावा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में दुबई, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका सहित अन्य देशों के डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं. सार्क एएडी के सचिव डॉ. अनिल गंजू ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की थीम हाऊ आई मैनेज रखी गई है. जिससे डॉक्टर्स यह जानने का प्रयास करेंगे कि रोगों का प्रबंधन कैसे हो. ताकि बेहतर व नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिलने के बाद मरीजों को इसका लाभ मिल सके.

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Body:जोधपुर।
डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों में डॉक्टर्स को अपने अपने क्षेत्र में उपचार व निदान में होने वाली नई जानकारी से रुबरु करवाने के लिए कॉन्फ्रेंस हो रही है।।शुक्रवार को न्यूरो सर्जरी विभाग की वर्कशॉप शुरू हुई। जिसमें प्रदेश व देश के नामी न्यूरो सर्जन भाग लेने पहुंचे। मेडिकल कॉलेज के कॉउंसिल हॉल में पहले दिन विभन्न स्त्रो में न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में विकसित हो रही नई तकनीक पर विचार विमर्श हुआ। शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ मौके पर आए देश के जाने माने न्यूरो सर्जन एव एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ एसआर धारकर भी पहुंचे उन्होंने बताया कि सर्जरी के क्षेत्र में मिनिमल इन्वेसिव पद्धति का उपयोग बढ़ रहा है लेकिन यह ध्यान रखने की जरूरत है कि सभी जगह इसे उपयोग में नही लिया जा सकता। न्यूरो के ऑपरेशन में जरूरी नही छोटा चीरा लगे। आयोजन सचिव डॉ शरद थानवी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के समापन शनिवार को होगा। इसी तरह से चर्म रोग विभाग में सार्क देशों के डर्मटॉलजिस्ट संघ के डॉक्टर्स की अगुवाई में शनिवार को
सार्क-एएडी -2019 दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस शुरू होगी। इसमें 300 डॉक्टर्स भाग ले रहे है। आयोजन सचिव डॉ दिलीप कच्छवाह ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में दुबई, बांग्ला देश, नेपाल, श्री लंका सहित अन्य देशों के डॉक्टर्स भाग ले रहे है। सार्क एएडी के सचिव डॉ अनिल गंजू ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की थीम हाऊ आई मैनेज रखी गई। जिससे डॉक्टर्स यह जानने का प्रयास करेंगे कि रोगों का प्रबंधन कैसे हो।
bite1 डॉ एसआर धारकर, सीनियर न्यूरो सर्जन
बाईट 2 डॉ दिलीप कच्छवाह, आयोजन सचिव
बाईट 3 डॉ अनिल गंजू, अध्यक्ष सार्क-एएडी


Conclusion:
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