जोधपुर. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों में डॉक्टर्स को अपने-अपने क्षेत्र में उपचार व निदान में होने वाली नई जानकारी से रुबरु करवाने के लिए कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है. शुक्रवार को न्यूरो सर्जरी विभाग की वर्कशॉप शुरू हुई. जिसमें प्रदेश व देश के नामी न्यूरो सर्जन भाग लेने पहुंचे. मेडिकल कॉलेज के कॉउंसिल हॉल में पहले दिन न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में विकसित हो रही नई तकनीक पर विचार विमर्श हुआ. शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ मौके पर आए देश के जाने-माने न्यूरो सर्जन एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. एसआर धारकर भी पहुंचे.
उन्होंने बताया कि सर्जरी के क्षेत्र में मिनिमल इन्वेसिव पद्धति का उपयोग बढ़ रहा है. लेकिन, यह ध्यान रखने की जरूरत है कि सभी जगह इसे उपयोग में नहीं लिया जा सकता. न्यूरो के ऑपरेशन में जरूरी नहीं छोटा चीरा लगे. आयोजन सचिव डॉ. शरद थानवी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का समापन शनिवार को होगा. इसी तरह से चर्म रोग विभाग में सार्क देशों के डर्मटॉलजिस्ट संघ के डॉक्टर्स की अगुवाई में शनिवार को सार्क-एएडी -2019 दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस शुरू होगी. इसमें 300 डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं.
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आयोजन सचिव डॉ. दिलीप कच्छावा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में दुबई, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका सहित अन्य देशों के डॉक्टर्स भाग ले रहे हैं. सार्क एएडी के सचिव डॉ. अनिल गंजू ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की थीम हाऊ आई मैनेज रखी गई है. जिससे डॉक्टर्स यह जानने का प्रयास करेंगे कि रोगों का प्रबंधन कैसे हो. ताकि बेहतर व नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिलने के बाद मरीजों को इसका लाभ मिल सके.