जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर साल अपनी बड़ी बहन विमला देवी से राखी बंधवाने के लिए जोधपुर आते हैं. लेकिन इस बार प्रदेश कांग्रेस में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के चलते वह राखी के दिन जोधपुर नहीं आ सके. सोमवार को राजनीतिक ड्रामा खत्म हुआ तो गहलोत के जोधपुर आने की संभावनाएं लग रही थी.
ऐसे में बुधवार सुबह वह जैसलमेर से सभी कांग्रेस के विधायकों को जयपुर रवाना करने के बाद सीधे अपने गृह नगर जोधपुर आए. यहां पाक विस्थापित परिवारों से मिलने के बाद सीएम ने कोरोना की समीक्षा बैठक की. इसके बाद सीधे लाल सागर स्थित अपनी बड़ी बहन विमला देवी के घर पहुंचे, उनसे राखी बंधवाई और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया.
पढ़ेंः चित्तौड़गढ़ में 'टोको-कोरोना को फैलने से रोको' अभियान के पोस्टर का हुआ विमोचन
गहलोत ने बहन के परिवार के सदस्यों के साथ फोटो भी खिंचवाई. कुछ देर परिवार के सदस्यों से बातें करने के बाद वह पुनः जयपुर रवाना हो गए. कोरोना के चलते गहलोत की बहन के घर में अन्य लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. हालांकि मुख्यमंत्री जब घर से बाहर निकले, तो वहां कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंच गए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सीएम को ज्ञापन सौंपा. जहां सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया.