ETV Bharat / city

छात्रा के लिए प्रोफेसर ने लीक किया था पेपर, ढाई महीने बाद दर्ज हुआ मामला - BA paper leak in Jodhpur

इस साल मई में सरदार पटेल पुलिस दांडिक विश्वविद्यालय से बीए का पेपर लीक होने के मामले में करवड़ थाने में मामला दर्ज करवाया गया है. विश्वविद्यालय के ही एक प्रोफेसर और एक छात्रा पर मिलीभगत कर पेपर लीक करने का आरोप लगाया गया है. इससे पहले विश्वविद्यालय की आं​तरिक जांच में पेपर लीक करने की शिकायत सही पाई गई.

Case against professor and a student in Paper leak in police university
छात्रा के लिए प्रोफेसर ने लीक किया था पेपर, ढाई महीने बाद दर्ज हुआ मामला
author img

By

Published : Aug 18, 2022, 4:43 PM IST

जोधपुर. शहर के करवड़ स्थित सरदार पटेल पुलिस दांडिक विश्वविद्यालय में बीते मई में बीए का पेपर आउट हुआ (Paper leak in police university) था. एक छात्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह पेपर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ही लीक किया था. विश्वविद्यालय की जांच में शिकायत को सही पाया गया. इसके बाद कुलसचिव ने कॉलेज के प्रोफेसर और छात्रा के खिलाफ शहर के करवड़ थाने में मामला दर्ज करवाया है.

थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. प्रोफेसर डिंपल पंवार की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया कि गत 31 मई को पुलिस विवि में बीए का पेपर आउट हुआ था. इस बारे में की गई जांच पड़ताल में पता चला कि कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विजय सिंह श्योराण एवं छात्रा कुंजल डूकिया ने मिलीभगत कर पेपर आउट किया था. दोनों के खिलाफ राजस्थान परीक्षा अधिनियम में केस दर्ज किया गया (Case against professor in paper leak) है.

पढ़ें: Paper Leak case: सीएचओ भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में लिप्त स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग

चार छात्रों ने किया खुलासा, फिर हुई इंटर्नल जांच: विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों प्रियांशी गहलोत, दीपक, चेतन उपाध्याय एवं सागर बिश्नोई ने 5 अगस्त को कुलपति के निजी सचिव से मुलाकात की. इस दौरान प्रियांशी गहलोत ने विवि के प्रबंधन विभाग के सहायक आचार्य एवं एसोसिएट डीन डॉ. विजय सिंह श्योराण के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना एवं उत्पीड़न की शिकायत करते हुए 31 मई, 2022 को हुए बीए सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर के बैंकिंग एंड फाइनेंस का पेपर लीक होने की बात कही.

पढ़ें: CHO Exam Paper Leak Case: एक और प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक, एसओजी ने दर्ज किया मुकदमा

साथ ही इन छात्रों ने बतौर सबूत प्रोफेसर विजय सिंह द्वारा लीक हस्तलिखित पेपर की फोटो एवं एक ऑडियो रिकॉर्डिंग दी. इसमें पेपर लीक की जानकारी थी. जिसके बाद विश्वविद्यालय की अपने स्तर की जांच में इस शिकायत को सही पाया गया. जिसके बाद डीसीपी पूर्व कार्यालय को एक पत्र भेजकर शिकायत दी गई. जिसके आधार पर मामला दर्ज हुआ.

पढ़ें: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला: SOG ने डाला दिवाकर स्कूल में डेरा, 8 लोगों को किया गिरफ्तार

एक रात पहले कुंजल को दिया विजयसिंह ने पेपर : प्रियांशी गहलोत के अनुसार उक्त पेपर डॉ. विजय सिंह श्योराण ने सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कुंजल डूकिया को परीक्षा की पूर्व रात्रि को देना बताया.' जब इस हस्तलिखित पेपर को मूल पेपर से मिलान किया गया, तो हुबहू समान पेपर निकला. पेपर लीक की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा प्रश्न पत्र बनाने से लेकर उत्तर पुस्तिका जांचने तक से सम्बन्धित सभी कार्रवाई, कागजात, पत्र व्यवहार, प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएं आदि सील कर कुलपति कार्यालय में जमा करवा दी. रजिस्ट्रार ने पुलिस से कहा है कि मामले की जांच के दौरान आवश्यकता पड़ने पर यह सभी उपलब्ध करवा दी जाएंगी.

जोधपुर. शहर के करवड़ स्थित सरदार पटेल पुलिस दांडिक विश्वविद्यालय में बीते मई में बीए का पेपर आउट हुआ (Paper leak in police university) था. एक छात्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह पेपर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ही लीक किया था. विश्वविद्यालय की जांच में शिकायत को सही पाया गया. इसके बाद कुलसचिव ने कॉलेज के प्रोफेसर और छात्रा के खिलाफ शहर के करवड़ थाने में मामला दर्ज करवाया है.

थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. प्रोफेसर डिंपल पंवार की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया कि गत 31 मई को पुलिस विवि में बीए का पेपर आउट हुआ था. इस बारे में की गई जांच पड़ताल में पता चला कि कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विजय सिंह श्योराण एवं छात्रा कुंजल डूकिया ने मिलीभगत कर पेपर आउट किया था. दोनों के खिलाफ राजस्थान परीक्षा अधिनियम में केस दर्ज किया गया (Case against professor in paper leak) है.

पढ़ें: Paper Leak case: सीएचओ भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में लिप्त स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग

चार छात्रों ने किया खुलासा, फिर हुई इंटर्नल जांच: विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों प्रियांशी गहलोत, दीपक, चेतन उपाध्याय एवं सागर बिश्नोई ने 5 अगस्त को कुलपति के निजी सचिव से मुलाकात की. इस दौरान प्रियांशी गहलोत ने विवि के प्रबंधन विभाग के सहायक आचार्य एवं एसोसिएट डीन डॉ. विजय सिंह श्योराण के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना एवं उत्पीड़न की शिकायत करते हुए 31 मई, 2022 को हुए बीए सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर के बैंकिंग एंड फाइनेंस का पेपर लीक होने की बात कही.

पढ़ें: CHO Exam Paper Leak Case: एक और प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक, एसओजी ने दर्ज किया मुकदमा

साथ ही इन छात्रों ने बतौर सबूत प्रोफेसर विजय सिंह द्वारा लीक हस्तलिखित पेपर की फोटो एवं एक ऑडियो रिकॉर्डिंग दी. इसमें पेपर लीक की जानकारी थी. जिसके बाद विश्वविद्यालय की अपने स्तर की जांच में इस शिकायत को सही पाया गया. जिसके बाद डीसीपी पूर्व कार्यालय को एक पत्र भेजकर शिकायत दी गई. जिसके आधार पर मामला दर्ज हुआ.

पढ़ें: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला: SOG ने डाला दिवाकर स्कूल में डेरा, 8 लोगों को किया गिरफ्तार

एक रात पहले कुंजल को दिया विजयसिंह ने पेपर : प्रियांशी गहलोत के अनुसार उक्त पेपर डॉ. विजय सिंह श्योराण ने सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कुंजल डूकिया को परीक्षा की पूर्व रात्रि को देना बताया.' जब इस हस्तलिखित पेपर को मूल पेपर से मिलान किया गया, तो हुबहू समान पेपर निकला. पेपर लीक की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा प्रश्न पत्र बनाने से लेकर उत्तर पुस्तिका जांचने तक से सम्बन्धित सभी कार्रवाई, कागजात, पत्र व्यवहार, प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएं आदि सील कर कुलपति कार्यालय में जमा करवा दी. रजिस्ट्रार ने पुलिस से कहा है कि मामले की जांच के दौरान आवश्यकता पड़ने पर यह सभी उपलब्ध करवा दी जाएंगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.