जोधपुर. राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर मुख्यपीठ और जोधपुर की अधीनस्थ अदालतों में बुधवार को मार्च का अंतिम कार्य दिवस होने के चलते अधिवक्ताओं ने स्वैच्छिक रूप से न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करते हुए धरना देकर विरोध जताया. आपातकाल के समय जयपुर में उच्च न्यायालय की पीठ का गठन होने के समय से ही जोधपुर के अधिवक्ता एकीकृत उच्च न्यायालय की मांग को लेकर हर महीने के अंतिम दिन स्वैच्छिक रूप से न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करते आ रहे हैं.
राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन और राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन जोधपुर के तत्वाधान में एकीकृत उच्च न्यायालय की मांग को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय के झालामंड स्थित भवन और हेरीटेज उच्च न्यायालय परिसर दोनों स्थानों पर धरना भी आयोजित किया गया.
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एसोसिएशन के अध्यक्ष नाथूसिंह राठौड़ ने बताया कि एकीकृत उच्च न्यायालय की मांग को लेकर जोधपुर के अधिवक्ता पिछले 44 साल से हर माह के अंतिम कार्य दिवस को न्यायिक कार्यों का स्वैच्छिक बहिष्कार कर विरोध जता रहे हैं. अधिवक्ताओं की ओर से स्वैच्छिक न्यायिक कार्य बहिष्कार के साथ धरना देकर भी विरोध जताया गया, जिसमें अध्यक्ष नाथूसिंह राठौड़ के साथ पदाधिकारी और अधिवक्ता भी काफी संख्या में मौजूद रहे.