जोधपुर. जिला पुलिस कमिश्नर की ओर से अवैध हथियारों की तस्करी और रोकथाम हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत जिले की प्रताप नगर थाना पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बता दें कि पुलिस ने जोधपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में अवैध हथियार सप्लाई करने वाले युवक सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने आरोपियों से 6 पिस्टल और 27 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
डीसीपी वेस्ट प्रीति चंद्रा ने बताया कि अवैध हथियारों की रोकथाम को लेकर जिले में आर्म्स एक्ट में दर्ज किए हुए मुकदमा और आरोपियों की सूची तैयार की गई. उन्होंने बताया कि उक्त सूची के आधार पर सभी आरोपियों को चिन्हित किया गया. प्रीति चंद्रा ने बताया कि एक स्पेशल टीम का गठन कर उन सभी युवकों पर टीम की ओर से निगरानी रखी गई.
वहीं, युवकों पर निगरानी रखने के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति अर्जुन दान चारण एमपी से हथियार लाकर जोधपुर में बेचता है और वह हथियार बेचने की फिराक में जोधपुर में घूम रहा है. जिस पर पुलिस ने प्रताप नगर बस स्टैंड के पास से अर्जुन राम चरण को हिरासत में लिया. वहीं, पुलिस को उसके पास एक थैला मिला जिसकी तलाश करने पर उसमें 3 अवैध पिस्टल और 18 जिंदा कारतूस बरामद हुए. बता दें कि आरोपी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह पिस्टल और जिंदा कारतूस मध्य प्रदेश में जिला धार से लेकर आता है. पुलिस की ओर से आरोपी अर्जुन दान से गहनता से पूछताछ की तो उसने हथियार बेचने और खरीदने वाले युवकों के बारे में जानकारी दी. जिस पर पुलिस ने 3 अन्य युवकों को भी हथियार खरीद-फरोख्त मामले में गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि यह लोग मध्य प्रदेश से हथियार लाते हैं और जोधपुर के शहरी इलाकों और ग्रामीण इलाकों में 40 हजार रुपए से 50 हजार रुपए में बेच देते थे. वहीं, पूछताछ में यह भी सामने आया है कि हथियार किससे और कहां पर देना है. फिलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले में मुख्य हथियार सप्लायर अर्जुन दान, हथियार खरीदने वाले सुरेश सिंह अंबाराम, शंकर राव को गिरफ्तार किया है. पुलिस की ओर से आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जा रही है.
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वहीं, प्रताप नगर थाना पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई में डीसीपी वेस्ट प्रीति चंद्रा के निर्देशन पर एसीपी विक्रम सिंह, प्रतापनगर थानाधिकारी अमित सिहाग, उप निरीक्षक रामकृष्ण, सहायक उप निरीक्षक सोहनलाल, गजेंद्र, हेड कांस्टेबल जमशेद खान, पप्पा राम, कांस्टेबल महेंद्र, स्वरूपा राम, प्रेम चौधरी, रविंद्र कुमार, रमेश और डूंगरराम ने सहयोग दिया.