जोधपुर. प्रदेश में रेलवे 5000 किलोमीटर के ब्रॉडगेज ट्रैक का विद्युतीकरण कर रहा है. इसके तहत अभी तक दो टुकड़ों में 2000 किलोमीटर से ज्यादा का ट्रैक विद्युतीकरण किया जा चुका है. जिसका अब अगले चरण का काम चल रहा है. 3 साल में पूरे 5000 किलोमीटर रोडवेज को इलेक्ट्रिफिकेशन में बदल दिया जाएगा. लेकिन इसके बावजूद रेलवे बोर्ड ने एन डब्ल्यू आर रेलवे जोन में 50 डीजल इंजन हमेशा चालू रखने का फैसला लिया है. इसकी वजह राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय सीमा और पड़ोसी पाकिस्तान देश है.
सोमवार को जोधपुर में मीडिया से बात करते हुए NWR के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश से जब पूछा गया, कि कब तक प्रदेश में विद्युतीकरण ट्रैक पर गाड़ियां बढ़ेगी और कब इलेक्ट्रिक इंजन मिलेंगे तो उनका कहना था कि अगले साल हमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक इंजन मिलने की उम्मीद है. इसके बाद आगे काम चलता रहेगा.
आनंद प्रकाश ने बताया कि पूरा ट्रैक इलेक्ट्रीफाइड होने के बावजूद 50 डीजल इंजन हमेशा चलते रहेंगे. क्योंकि पाकिस्तान जैसा देश पड़ोस में होने से कभी भी कोई हलचल हो सकती है. ऐसे डीजल इंजन से तुरंत सरहदी इलाकों में आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा सके. यह निर्णय भारतीय रेलवे बोर्ड ने लिया है. महाप्रबंधक ने बताया कि अभी तक 2,000 से अधिक किलोमीटर रोडवेज को इलेक्ट्रीफाइड कर दिया गया है.