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CM के गृह जिले जोधपुर में कोरोना काल का 'ब्लैक फ्राइडे', 24 घंटे में 36 लोगों की मौत

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Published : Apr 24, 2021, 1:46 AM IST

Updated : Apr 24, 2021, 12:11 PM IST

जोधपुर जिले में शुक्रवार को 24 घंटे में कोरोना ने 36 मरीजों की जान ले ली. इनमें डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 32 और एम्स में 4 लोगों की मौत हुई है. सर्वाधिक मौतें महात्मा गांधी अस्पताल में 18 हुई हैं. जबकि एमडीएम में 14 हुई है.

Death due to corona in Jodhpur, Jodhpur corona news
24 घंटे में 36 लोगों की मौत

जोधपुर. कोरोना काल के 1 वर्ष से अधिक के समय में शुक्रवार का दिन ब्लैक फ्राइडे के रूप में याद रहेगा, क्योंकि शुक्रवार को 24 घंटे में कोरोना ने 36 मरीजों की जान ले ली. इनमें डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 32 और एम्स में 4 लोगों की मौत हुई है. सर्वाधिक मौतें महात्मा गांधी अस्पताल में 18 हुई हैं. जबकि एमडीएम में 14 हुई है.

पढ़ें- राजस्थान में बढ़ी सख्ती, एक जिले से दूसरे जिले में नहीं जा सकेंगे...और क्या कुछ बदला पढ़ें एक क्लिक में

महात्मा गांधी अस्पताल की लड़खड़ाई व्यवस्थाएं मरीजों पर भारी पड़ने लगी हैं. मथुरा दास माथुर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर पलंग की उपलब्धता नहीं होने से हालात विकट होते जा रहे हैं. इधर शुक्रवार को एक बार फिर 1711 कोरोना के नए संक्रमित चिन्हित किए गए हैं. जिसके चलते शहर व जिले में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.

ऑक्सीजन बेड की कमी

मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में लगातार ऑक्सीजन बेड की डिमांड बढ़ रही है, लेकिन शुक्रवार रात तक शत प्रतिशत ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपाइड हो गए. सामान्य पलंग पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मरीजों को रखने की नौबत आने लगी है. लेकिन इसके लिए सिलेंडर की उपलब्धता भी आवश्यक है दूसरी और स्वास्थ्य विभाग भी रेजिडेंसी डिस्पेंसरी में कॉल सेंटर शुरू करने की तैयारी कर रहा है. यहां 65 पलंग लगाए गए हैं, लेकिन ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने से अभी तक यह प्रारंभ नहीं हो सका है.

जोधपुर. कोरोना काल के 1 वर्ष से अधिक के समय में शुक्रवार का दिन ब्लैक फ्राइडे के रूप में याद रहेगा, क्योंकि शुक्रवार को 24 घंटे में कोरोना ने 36 मरीजों की जान ले ली. इनमें डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 32 और एम्स में 4 लोगों की मौत हुई है. सर्वाधिक मौतें महात्मा गांधी अस्पताल में 18 हुई हैं. जबकि एमडीएम में 14 हुई है.

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महात्मा गांधी अस्पताल की लड़खड़ाई व्यवस्थाएं मरीजों पर भारी पड़ने लगी हैं. मथुरा दास माथुर अस्पताल सहित अन्य जगहों पर पलंग की उपलब्धता नहीं होने से हालात विकट होते जा रहे हैं. इधर शुक्रवार को एक बार फिर 1711 कोरोना के नए संक्रमित चिन्हित किए गए हैं. जिसके चलते शहर व जिले में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.

ऑक्सीजन बेड की कमी

मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में लगातार ऑक्सीजन बेड की डिमांड बढ़ रही है, लेकिन शुक्रवार रात तक शत प्रतिशत ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपाइड हो गए. सामान्य पलंग पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मरीजों को रखने की नौबत आने लगी है. लेकिन इसके लिए सिलेंडर की उपलब्धता भी आवश्यक है दूसरी और स्वास्थ्य विभाग भी रेजिडेंसी डिस्पेंसरी में कॉल सेंटर शुरू करने की तैयारी कर रहा है. यहां 65 पलंग लगाए गए हैं, लेकिन ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने से अभी तक यह प्रारंभ नहीं हो सका है.

Last Updated : Apr 24, 2021, 12:11 PM IST
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