जोधपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में डायग्नोस्टिक एंड इंटरनेशनल रेडियोलॉजी विभाग की ओर से 2 दिवसीय तीसरा पोस्टग्रेजुएट रिफ्रेशर कोर्स का आयोजन हुआ. विभाग के एडिशनल प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पेंद्र सिंह खैरा ने बताया कि यदि किसी मानव के पैर में चोट लगने पर घाव और कालापन हो जाता है जिसको लेकर विद्यार्थियों को जानकारी दी गई, यदि मरीज समय पर इलाज करवा देते हैं तो ज्यादा घाव से बच सके, साथ ही उन्होंने लकवा के बारे में होने वाले बीमारी को लेकर की चर्चा की गई.
इसी के साथ उन्होंने कहा, कि लकवा एक घातक बीमारी है जो मानव को चलने फिरने और उठने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है. देश-विदेश से आए 50 से अधिक स्टूडेंट्स ने भाग लिया.
पहले दिन स्टूडेंट का मॉक टेस्ट लिया गया और दूसरे दिन एग्जाम की तैयारी के लिए आए हुए विशेषज्ञ डॉक्टरों की ओर से विद्यार्थियों को बीमारियों के बारे में जानकारी दी गई.
इस बार की टीम के एग्जाम की तैयारी के साथ देशभर से फैकल्टी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल दिल्ली के रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ गिरजा सिंह, मेडिकल कॉलेज, मद्रास के डॉक्टर अमरनाथ, मद्रास मेडिकल कॉलेज के डॉ. बाबू पीटर, केआईएमएस कराड़ के डॉक्टर अनमोल गौतम, सीएमसी वेल्लोर के डॉक्टर रोशन लिविंग स्टोन, डॉ. एस.एन मेडिकल कॉलेज विभागाध्यक्ष डॉ. कीर्ति राणा, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर से डॉ. कुशाल गहलोत सहित एम्स जोधपुर के विशेषज्ञ डॉक्टर ने विद्यार्थियों को जानकारी दी.