जोधपुर. केंद्रीय कारागृह में बुधवार देर रात 2 बजे जोधपुर पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई की. इस कार्रवाई से जोधपुर जेल की व्यवस्थाओं की पोल खुलकर सामने आ गई. ऑपरेशन फ़्लैश आउट के तहत की गई कार्रवाई के दौरान अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी जोधपुर जेल से हुई है. जोधपुर पुलिस कमिश्नर के उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह यादव की अगुवाई में हुई इस कार्रवाई के दौरान जेल में बंदियों के पास 17 एंड्रॉइड मोबाइल और 18 सिम बरामद किए गए.
हालांकि, इससे 2 महीने पहले हुई कार्रवाई में पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था, यही कारण है कि गत दिनों जब जेल डीजी राजीव दासोत जोधपुर आए तो उन्होंने कहा था कि ऑपरेशन फ़्लैश आउट से व्यवस्था में सुधार आया है, लेकिन बुधवार रात को जो कार्रवाई की गई उससे साफ हो गया कि अगर बिना बताए औचक छापेमारी होती है तो जोधपुर जेल में बहुत कुछ बरामद किया जा सकता है.
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फिलहाल, इस मामले में जोधपुर जेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है. इस संदर्भ में रातानाड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि जोधपुर जेल के अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से ही इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल जोधपुर जेल में चालू हालत में मिले.