जोधपुर. संभाग के सबसे बड़े मथुरादास माथुर अस्पताल (एमडीएम) में आए दिन होने वाली चोरियों से निजात पाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने यहां सीसीटीवी कैमरे यानी तीसरी आंख का जाल बिछा दिया है. अस्पताल परिसर में बीते कुछ दिनों में 100 से ज्यादा कैमरे लगा दिए गए हैं. इसके लिए अलग कंट्रोलरूम भी बना दिया गया है. खास तौर से उन लपकों को टारगेट किया जा रहा है, जो मरीजों व परिजनों को बहका कर निजी जांच केंद्रों पर ले जाते हैं.
अस्पताल अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी ने बताया कि हमारे यहां 107 कैमरे इंस्टाल कर दिए गए हैं. ये कैमरे सभी महत्वपूर्ण वार्डों, जांच केंद्र व परिसर को कवर कर रहे हैं. इनकी मदद से हमने कई लपकों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. इसके अलावा मरीजों के परिजनों के मोबाइल व अन्य सामान चोरी होने की घटनाओं पर लगाम लगी है. अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े लोगों को अस्पताल भवन में घूमने वाले संदिग्ध लोगों को तुरंत पकड़ने के निर्देश दिए गए हैं.
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गौरतलब है कि पूर्व में अस्पताल परिसर में गिनती के कैमरे होने व उनमें से ज्यादातर खराब रहने से अव्यवस्थाएं होती थीं. लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर रखरखाव का जिम्मा भी तय कर दिया गया है. इससे लपकों और चोरी के इरादे से आने वाले बदमाशों पर नकेल कसी है.
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डॉक्टर परिजनों के झगड़ों पर लगाम...
डॉ. आसेरी के मुताबिक हमने ट्रोमा सेंटर में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. जिससे यहां आपातकालीन इकाई (CCTV camera in emergency of MDM Hospital) में दोनों पक्षों पर नजर रखी जा सके. पहले एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगते थे. अब कैमरे में सब सामने होता है कि कौन क्या कर रहा है? कंट्रोलरूम में 107 कैमरे की सात दिन रिकार्डिंग की सुरक्षित रखने के लिए सर्वर बनाया गया है. अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन भवनों में भी तीसरी आंख का प्रायोजन कर दिया गया है.