जोधपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot) के शहर और ग्रामीण क्षेत्र दोनों जगहों की कानून व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है. बुधवार को कानून व्यवस्था में सेंधमारी की एक और कहानी लिखी गई. इस बार एक फाइनेंस मैनेजर को सरेराह रोक कर बदमाशों ने 1 लाख से ज्यादा की रकम पार कर ली.
पीड़ित भरत सिंह शेखावत भारत फाइनेंस लिमिटेड (Bharat Finance Limited) की जैतारण शाखा में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि शाम को बोरुंदा (Borunda) सरहद पर कार सवार बदमाशों ने उन्हें रोका और रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए. पीड़ित के मुताबिक उनके बैग में कुल 1 लाख 14 हजार रुपए थे. शेखावत मूलतः सीकर के रहने वाले हैं.
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पीड़ित ने ये भी बताया कि उन्होंने कार सवारों को रोकने का भरपूर प्रयास किया था लेकिन नाकामयाब रहे. शेखावत के अनुसार कार में 3 बदमाश सवार थे. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
जोधपुर (Jodhpur) में पिछले कुछ दिनों में लगातार ऐसी कई घटनायें घटी हैं जो पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ी करती हैं. कमिश्नरेट में गत सप्ताह हुई 3 लूट की वारदातें, मादक पदार्थों की खुलेआम तस्करी के मामले हों या फिर अवैध हथियारों के साथ कुछ बदमाशों की बढ़ती सक्रियता ये सब पुलिस के दामन पर दाग लगाते हैं. स्थानीय लोग दबी जुबान में इस पुलिस की मिलीभगत और राजनीतिक हस्तक्षेप को इसका जिम्मेदार मानते हैं.
बुधवार को ही सुर्खियों में रही थी राजू मांजू की फायरिंग
17 नवम्बर को ही फायरिंग का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में बदमाश अपने असलहे की टेस्टिंग कर रहे थे. यह वीडियो देचू क्षेत्र का बताया गया. जहां पर राजू मांजू अपने साथियों के साथ पिस्टल का ट्रॉयल कर रहा है. खुलेआम पिस्टल से लहराना जताता है कि पुलिस कार्रवाई करने में Interest नहीं ले रही है. वीडियो वायरल होने के बाद भी अब तक बदमाश के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.