जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण में तेजी से बढ़ोतरी के बीच एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण पर संशय की स्थिति बनती दिखाई दे रही है. वैक्सीनेशन पर संशय को लेकर संकेत राज्य के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की ओर से एक एजेंसी को दिए बयान से मिल रहे हैं.
दरअसल, एक मई से 18 वर्ष से लेकर 45 वर्ष तक के आयु वाले लोगों को फ्री वैक्सीनेशन का एलान राज्य सरकार ने किया है. इसके लिए राजस्थान सरकार ने इस फ्री वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए तीन हजार करोड़ रुपए आवंटित करने की बात कही थी. जिसके तहत 3 करोड़ 75 लाख वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया था. लेकिन, पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से फिलहाल वैक्सीन की आपूर्ति तय समय पर नहीं हो सकेगी. इस बात की जानकारी खुद चिकित्सा मंत्री ने दी थी. रघु शर्मा ने ये भी बताया कि राजस्थान इस कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से तैयार है. जिसके तहत सात संभाग पर स्टोरेज कैपेसिटी और 2444 ओल्ड चेन प्वाइंट्स सरकार ने डवलप किए हैं.
प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडिसीवर समेत प्रमुख जीवन रक्षक दवाइयों की कमी के मामले में तीन मंत्रियों की एक कमेटी ने दिल्ली का रुख किया था. इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दिल्ली में एक न्यूज एजेन्सी से बातचीत के दौरान प्रदेश की तरफ से ऑर्डर की गई वैक्सीन की खेप की सप्लाई में देरी का अंदेशा जाहिर किया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक राजस्थान में 1 करोड़ 22 लाख लोगों को वैक्सीनेट किया गया है.
वहीं इसके बाद टुकड़ों में मिल रही खेप के कारण सतत वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी तरह से नहीं हो पा रही है. वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर मंत्री के बयान के बाद इम्यूनेशन कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर लक्ष्मण सिंह ओला से ईटीवी भारत ने बात की. उन्होंने वैक्सीनेशन कार्यक्रम में हो रही देरी जैसी किसी भी संभावना को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की. ऐसे हालात में मंत्री रघु शर्मा के मौजूदा बयान के बाद ये अंदेशा है कि 1 मई से टीकाकरण को लेकर राजस्थान में युवा वर्ग को इंतजार करना पड़ सकता है.