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विश्व गुर्दा दिवस समारोह में गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का हुआ सम्मान - विश्व गुर्दा दिवस

किडनी केयर सोसाइटी राजस्थान की ओर से 'विश्व गुर्दा दिवस व सम्मान' समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक जैन ने किडनी की बीमारी के साथ कैसे अपनी दिनचर्या और खानपान में बदलाव कर स्वस्थ जीवनयापन कैसे जिए इस पर चर्चा की.

Kidney Day Celebration in Jaipur, Kidney Transplant in Jaipur
विश्व गुर्दा दिवस समारोह में गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का हुआ सम्मान
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Published : Mar 14, 2021, 4:10 AM IST

जयपुर. किडनी केयर सोसाइटी राजस्थान की ओर से 'विश्व गुर्दा दिवस व सम्मान' समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक जैन ने किडनी की बीमारी के साथ कैसे अपनी दिनचर्या और खानपान में बदलाव कर स्वस्थ जीवनयापन कैसे जिए इस पर चर्चा की. साथ ही वहां मौजूद मरीजों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए.

विश्व गुर्दा दिवस समारोह में गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का हुआ सम्मान

समारोह में वर्ष 1977 में गुर्दा प्रत्यारोपण करवा कर एशिया में सबसे अधिक समय तक प्रत्यारोपण गुर्दे के साथ स्वस्थ जीवनयापन करने वाले केआर शर्मा ने अपने गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद स्वस्थ 43 वर्ष के अनुभवों को साझा किया. साथ ही एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने में अपनी दिनचर्या व खानपान का भी राज खोला. कार्यक्रम में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से आए गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का सम्मान भी किया गया.

पढ़ें- बीकानेर में फिर कोरोना के 6 नए मरीज मिले, टीकाकरण को लेकर भी लोगों में नजर आ रहा उत्साह

इस मौके पर डॉ. आलोक जैन ने कहा कि सबसे जरूरी है किडनी डिजीज ही ना हो. उसके लिए यदि हम गोल्डन 8 नियम को फॉलो करते हैं, उसमें ब्लडफ्रेशर कंट्रोल, डायबिटीज कंट्रोल, रोजाना व्यायाम, नो स्मोकिंग और दर्दनाशक दवाइयां नहीं लेते हैं तो अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं. अगर स्वस्थ किडनी रहेगी तो हम सब स्वस्थ रहेंगे, हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारा परिवार, समाज भी स्वस्थ रहेगा. हालांकि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद सामान्य जीवन जिया जा सकता है.

जयपुर. किडनी केयर सोसाइटी राजस्थान की ओर से 'विश्व गुर्दा दिवस व सम्मान' समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक जैन ने किडनी की बीमारी के साथ कैसे अपनी दिनचर्या और खानपान में बदलाव कर स्वस्थ जीवनयापन कैसे जिए इस पर चर्चा की. साथ ही वहां मौजूद मरीजों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए.

विश्व गुर्दा दिवस समारोह में गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का हुआ सम्मान

समारोह में वर्ष 1977 में गुर्दा प्रत्यारोपण करवा कर एशिया में सबसे अधिक समय तक प्रत्यारोपण गुर्दे के साथ स्वस्थ जीवनयापन करने वाले केआर शर्मा ने अपने गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद स्वस्थ 43 वर्ष के अनुभवों को साझा किया. साथ ही एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने में अपनी दिनचर्या व खानपान का भी राज खोला. कार्यक्रम में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से आए गुर्दा प्रत्यारोपित करवा चुके मरीजों का सम्मान भी किया गया.

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इस मौके पर डॉ. आलोक जैन ने कहा कि सबसे जरूरी है किडनी डिजीज ही ना हो. उसके लिए यदि हम गोल्डन 8 नियम को फॉलो करते हैं, उसमें ब्लडफ्रेशर कंट्रोल, डायबिटीज कंट्रोल, रोजाना व्यायाम, नो स्मोकिंग और दर्दनाशक दवाइयां नहीं लेते हैं तो अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं. अगर स्वस्थ किडनी रहेगी तो हम सब स्वस्थ रहेंगे, हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारा परिवार, समाज भी स्वस्थ रहेगा. हालांकि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद सामान्य जीवन जिया जा सकता है.

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