जयपुर. अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर राजस्थान के बाल हितैषी ग्राम पंचायत निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह आयोजन ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग और यूनिसेफ राजस्थान के तत्वाधान में आयोजित किया गया. जो कि इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्था में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मौजूद रहे.
जहां पायलट ने कहा की आज के समय में हम सभी को बाल अधिकार संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए स्वयं का विश्लेषण करना होगा. पायलट ने कहा कि क्योंकि बच्चों को अधिकार हमें ही देने हैं, तो स्वयं की इच्छाशक्ति सर्वोपरि होगी. जिसके लिए शुरुआत स्वयं से करनी होगी. तभी हम सतत विकास लक्ष्यों को वास्तविक रूप से जमीन पर उतार पाएंगे. उन्होंने कहा कि आज हमें जरूरत है जोड़ने की और जोड़ने वाले विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए सकारात्मक प्रयासों की.
इस मौके पर यूनिसेफ प्रमुख राजस्थान इसाबेल बारडेम ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस की शुभकामनाएं देते हुए विभाग को बच्चों के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए बाल हितैषी ग्राम पंचायत की संकल्पना पर बधाई दी. इसाबेल ने कहा कि बाल अधिकार संरक्षण में ग्राम पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका है और 75 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है. इसीलिए ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग में एक महत्वपूर्ण कड़ी है.
साथ ही बच्चों के मुद्दे और पंचायतों में आपसी संबंध बताते हुए उन्होंने आगे कहा कि पंचायतों के मुद्दों पर कार्य करने से ही हम अधिक से अधिक बच्चों एवं उनके मुद्दों को ग्राम पंचायत विकास कार्यक्रम में शामिल कर पाएंगे. पंचायती राज विभाग यूनिसेफ के सहयोग से 129 ग्राम पंचायतों में बाल हितैषी ग्राम पंचायत निर्माण प्रक्रिया पर कार्य चल रहा है. अब यह कार्य राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में किया जाएगा.