जयपुर. छठ पर्व के दिन महिलाएं पति-पुत्र की कुशलता के लिए व्रत करती हैं. इस दिन सुख-समृद्धि के लिए छठी मैया की पूजा की जाती है. महिलाएं वृति खरना शाम से लेकर उगते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. राजधानी में भी महिलाओं ने व्रत किया और भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया.
36 घंटे का निर्जला व्रत रखे हुए श्रद्धालुओं ने पानी में खडे़ होकर बांस के डाले में ठेकुआ, गन्ना, चना, मोसमी फल सहित पूजा सामग्री रखकर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया. वहीं बच्चों ने पटाखें छोड़कर डाला छठ पर्व को उत्साह के साथ मनाया. महिलाओं ने एक-दूसरे से गले मिलकर डाला छठ की शुभकामनाएं दी.
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इस पर्व के अवसर पर हजारों की संख्या में दूर-दराज से लोग शामिल हुए और बड़े उत्साह के साथ पर्व को मनाया. रविवार सुबह सूर्योदय से पूर्व सूर्यदेव की पूजा की जाएगी. पर्व के चौथे दिन रविवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत सम्पन्न होगा. इसके बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण करेंगे.