जयपुर. प्रदेशभर में शनिवार को दिवाली का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया. वहीं, रविवार को दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा का दौर चला. भारतीय परंपरा के अनुसार इस पर्व पर अलसुबह महिलाओं ने लाल मिट्टी और गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत को स्वरूप देकर पूजन किया.
गोबर से बने गोवर्धन पर्वत की पूजा कर दूध, दही और अन्नकूट का भोग लगाया. साथ ही दीप प्रज्वलित कर महिलाओं ने चारों ओर परिक्रमा लगाई. इसके बाद सुहागिन महिलाओं ने बड़ों के पैर छूकर आर्शीवाद लिया. गौरतलब है कि सदियों से चली आ रही गोवर्धन पूजन की परंपरा अब भी बदस्तूर निभाई जा रही है.
पढ़ें: कोटा: लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन निभाई गोवर्धन पूजन की परंपरा, महिलाओं ने की खुशहाली की कामना
गोवर्धन पर्वत की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्रदेव का घमंड चूर करने के लिए अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत उठा लिया था. तभी से गोर्वधन पर्वत के पूजन की परंपरा चली आ रही है. इसके अलावा रविवार को रामा श्याम का भी दौर चल रहा है. लोग एक-दूसरे के घर जाकर दिवाली की शुभकामनाएं दे रहे हैं.