जयपुर. एसएमएस अस्पताल में काम करने वाली एक महिला ठेका कर्मी की मौत हो गई. हालांकि मौत को आत्महत्या बताया जा रहा है. फिलहाल महिला की मौत को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा.
एसएमएस में काम करने वाली ठेका कर्मी महिला संतोष बारी की रात को तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद उसे कांवटिया अस्पताल और उसके बाद एसएमएस लाया गया इस दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि मौत को आत्महत्या बताया जा रहा है, पुलिस और परिजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
महिला के परिजनों ने कहा कि ठेकेदार ने महिला को छुट्टी नहीं दी जिससे वह अपना इलाज नहीं करा पाई. महिला की मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम के बाद ही होगा. फिलहाल महिला का शव एसएमएस की मोर्चरी में रखा हुआ है. मोर्चरी में अन्य ठेकेदार भी काफी संख्या में मौजूद थे उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ आक्रोश जताया. मृतक महिला संतोष के दो छोटे बच्चे हैं और पति दिनेश मजदूरी करता है.
ठेका कर्मी संघर्ष समिति के नाथू सिंह गुर्जर ने बताया कि हमने हमारे हक के लिए हड़ताल की थी. इसके बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और सचिव वैभव गालरिया से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि ठेका कर्मियों का वेतन बढ़ा दिया जाएगा, लेकिन काम पर वापस लौटने पर ठेकेदार की ओर से ठेका कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें ड्यूटी पर नहीं लिया जा रहा. इसके कारण ठेकाकर्मी मानसिक रूप से परेशान हैं. ठेका कर्मियों को कभी दिन, कभी रात को और कभी सुबह की ड्यूटी लगा कर परेशान किया जा रहा है.
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महिला की ओर से जहरीली वस्तु खाने की बात पर नाथू सिंह गुर्जर ने कहा कि फिलहाल इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही ये निर्णय हो पाएगा कि महिला ने आत्महत्या की है या नहीं. मृतक महिला भी आंदोलन में शामिल हुई और ड्यूटी पर भी जाती रही. फिलहाल महिला की मौत को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.