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कोरोना ने बदला निमंत्रण कार्ड का फॉर्मेट, अब 'शादी में जरूर आना नहीं, दो गज की दूरी मास्क है जरूरी' जैसे संदेश - Digital wedding Invitation

कोरोना ने न केवल आमजन को बल्कि सामाजिक गतिविधियों को भी खासा प्रभावित किया है. बात शादियों की हो तो इसके भी स्वरुप में कई बदलाव आए हैं. पहले जहां शादियों के कार्ड में लोगों को बुलाने के लिए मनुहार भरी लाइनें होती थी. वहीं अब इन लाइनों की जगह 'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी' ने जगह बना ली (Wear Mask Appeal on wedding Card) है. शादियों के कार्ड का व्यापार भी अब सिमटकर 10 फीसदी तक रह गया है.

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कोरोना ने बदला निमंत्रण कार्ड का फॉर्मेट
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Published : Jan 22, 2022, 7:12 PM IST

Updated : Jan 22, 2022, 8:02 PM IST

जयपुर. राजधानी में आज से फिर शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्रों में 100 से ज्यादा मेहमानों की संख्या पर पाबंदी लगा रखी है. साथ ही शादी समारोह में बारातियों से लेकर घरातियों तक सभी को कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करनी पड़ेगी. शादी समारोह के बदले इस प्रारूप के बीच शादी के निमंत्रण कार्ड में भी बदलाव आया (wedding invitation card changed in Corona) है. जहां पहले शादी में जरूर आना के मैसेज लिखे होते थे, वहां अब 2 गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे संदेश लिखे जा रहे हैं (Wear Mask Appeal on Card).

समय बदला, हालात बदले, शादी समारोह का तरीका बदला और न्योता देने वाले कार्डों में भी बदलाव आ गया (Corona Effect on Wedding Rajasthan). बीते 2 साल में कोरोना की पहली, दूसरी और अब तीसरी लहर आ गई. ऐसे में शादी समारोह में निमंत्रण के तरीकों में भी बदलाव आ गया है. राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले शादी समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की छूट दी थी. जिसे बढ़ाकर अब 100 कर दिया गया है. नई गाइडलाइन आने के बाद अचानक न्योता देने जैसी स्थितियां भी सामने आ रही हैं. जिन मेहमानों के नाम पहले मेजबानों को हटाने पड़े अब उन्हें मोबाइल संदेश और सोशल मीडिया से आमंत्रण भेजे जा रहे (Digital wedding Invitation) हैं.

कोरोना ने बदला निमंत्रण कार्ड का फॉर्मेट

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निमंत्रण कार्ड अब 21 या 51 तक सीमित

हालांकि पहले पीले चावल कर शादी समारोह के लिए निमंत्रण देने की परंपरा थी. बाद में इसमें बदलाव आया, और पीले चावलों की जगह शादी के कार्ड ने ले ली. लेकिन कोरोना और बदलाव ला दिया है. जहां पहले 300, 500, 1000 निमंत्रण कार्ड तक छाए जाते थे. वो संख्या अब महज औपचारिकता में बदल गई है. अब लोग 21 और 51 कार्ड छपवा कर बाकी न्योता डिजिटल प्लेटफार्म से पहुंचा देते हैं. यही नहीं जो कार्ड छपवाए जा रहे हैं. उन पर भी दो गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे मैसेज लिखे जा रहे हैं. इस मैसेज के जरिए कोरोना गाइडलाइन की पालना तो की जा रही है, लेकिन इस दौर में कार्ड व्यापारियों का व्यवसाय लगभग ठप सा पड़ गया है.

ईटीवी भारत से बोले व्यापारी, हर वर्ग परेशान

ईटीवी भारत जयपुर के कार्ड बाजार गोपाल जी का रास्ता क्षेत्र काशीनाथ जी की गली में पहुंचा. यहां कार्ड के व्यवसाय और बदले प्रारूप को लेकर व्यापारियों से बात की. उन्होंने बताया कि 2 साल में कोरोना की वजह से व्यापारी, ग्राहक सभी परेशान हुए हैं. वर्तमान में गाइडलाइन की वजह से शादी समारोह में मेहमानों की संख्या में बदलाव हुआ है. इसकी वजह से कार्ड छपवाने की संख्या में भी गिरावट आई (Corona effect on wedding invitation Card Business) है.

यह भी पढ़ें. डूंगरपुर: लॉकडाउन के बीच 2 जोड़ों का हुआ विवाह, चंद लोग हुए शामिल

जिससे कई व्यापारी इस व्यवसाय से पलायन भी कर चुके हैं. चूंकि 4 महीने ही इसका व्यापार होता है, उसमें भी महज 10 फीसदी ही व्यापार रह गया है. व्यापारियों ने बताया कि बीते 2 साल में व्यापार में काफी बदलाव आया है. पहले 300 से 500 कम से कम कार्ड छपवाए जाते थे और अधिकतम की कोई लिमिट नहीं थी लेकिन अब जो दौर आया है, उसमें कोरोना की वजह से बार-बार गाइडलाइन में परिवर्तन होता है. जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति रहती है. ऐसे में लोगों ने भी सोशल मीडिया पर ई-कार्ड और वीडियो कार्ड की तरफ रुख किया है. इससे भी व्यापार पर काफी फर्क पड़ा है और एक ट्रेंड सेट होने के बाद लगता नहीं है कि आगामी कुछ सालों तक ये व्यवसाय संभल पाएगा.

बहरहाल, निमंत्रण कार्ड के फॉर्मेट में एक बदलाव आया है. बदलाव का कारण कोरोना है. इस बदलाव में कोरोना गाइडलाइन को लेकर सोशल मैसेज तो दिए जा रहे हैं लेकिन व्यापारियों के लिए बीते 2 साल बेहद खराब रहे हैं और बदलते ट्रेंड से अब उन्हें अपने भविष्य की चिंता भी सताने लगी है.

जयपुर. राजधानी में आज से फिर शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते राज्य सरकार ने शहरी क्षेत्रों में 100 से ज्यादा मेहमानों की संख्या पर पाबंदी लगा रखी है. साथ ही शादी समारोह में बारातियों से लेकर घरातियों तक सभी को कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करनी पड़ेगी. शादी समारोह के बदले इस प्रारूप के बीच शादी के निमंत्रण कार्ड में भी बदलाव आया (wedding invitation card changed in Corona) है. जहां पहले शादी में जरूर आना के मैसेज लिखे होते थे, वहां अब 2 गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे संदेश लिखे जा रहे हैं (Wear Mask Appeal on Card).

समय बदला, हालात बदले, शादी समारोह का तरीका बदला और न्योता देने वाले कार्डों में भी बदलाव आ गया (Corona Effect on Wedding Rajasthan). बीते 2 साल में कोरोना की पहली, दूसरी और अब तीसरी लहर आ गई. ऐसे में शादी समारोह में निमंत्रण के तरीकों में भी बदलाव आ गया है. राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले शादी समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की छूट दी थी. जिसे बढ़ाकर अब 100 कर दिया गया है. नई गाइडलाइन आने के बाद अचानक न्योता देने जैसी स्थितियां भी सामने आ रही हैं. जिन मेहमानों के नाम पहले मेजबानों को हटाने पड़े अब उन्हें मोबाइल संदेश और सोशल मीडिया से आमंत्रण भेजे जा रहे (Digital wedding Invitation) हैं.

कोरोना ने बदला निमंत्रण कार्ड का फॉर्मेट

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हालांकि पहले पीले चावल कर शादी समारोह के लिए निमंत्रण देने की परंपरा थी. बाद में इसमें बदलाव आया, और पीले चावलों की जगह शादी के कार्ड ने ले ली. लेकिन कोरोना और बदलाव ला दिया है. जहां पहले 300, 500, 1000 निमंत्रण कार्ड तक छाए जाते थे. वो संख्या अब महज औपचारिकता में बदल गई है. अब लोग 21 और 51 कार्ड छपवा कर बाकी न्योता डिजिटल प्लेटफार्म से पहुंचा देते हैं. यही नहीं जो कार्ड छपवाए जा रहे हैं. उन पर भी दो गज दूरी मास्क है जरूरी जैसे मैसेज लिखे जा रहे हैं. इस मैसेज के जरिए कोरोना गाइडलाइन की पालना तो की जा रही है, लेकिन इस दौर में कार्ड व्यापारियों का व्यवसाय लगभग ठप सा पड़ गया है.

ईटीवी भारत से बोले व्यापारी, हर वर्ग परेशान

ईटीवी भारत जयपुर के कार्ड बाजार गोपाल जी का रास्ता क्षेत्र काशीनाथ जी की गली में पहुंचा. यहां कार्ड के व्यवसाय और बदले प्रारूप को लेकर व्यापारियों से बात की. उन्होंने बताया कि 2 साल में कोरोना की वजह से व्यापारी, ग्राहक सभी परेशान हुए हैं. वर्तमान में गाइडलाइन की वजह से शादी समारोह में मेहमानों की संख्या में बदलाव हुआ है. इसकी वजह से कार्ड छपवाने की संख्या में भी गिरावट आई (Corona effect on wedding invitation Card Business) है.

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जिससे कई व्यापारी इस व्यवसाय से पलायन भी कर चुके हैं. चूंकि 4 महीने ही इसका व्यापार होता है, उसमें भी महज 10 फीसदी ही व्यापार रह गया है. व्यापारियों ने बताया कि बीते 2 साल में व्यापार में काफी बदलाव आया है. पहले 300 से 500 कम से कम कार्ड छपवाए जाते थे और अधिकतम की कोई लिमिट नहीं थी लेकिन अब जो दौर आया है, उसमें कोरोना की वजह से बार-बार गाइडलाइन में परिवर्तन होता है. जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति रहती है. ऐसे में लोगों ने भी सोशल मीडिया पर ई-कार्ड और वीडियो कार्ड की तरफ रुख किया है. इससे भी व्यापार पर काफी फर्क पड़ा है और एक ट्रेंड सेट होने के बाद लगता नहीं है कि आगामी कुछ सालों तक ये व्यवसाय संभल पाएगा.

बहरहाल, निमंत्रण कार्ड के फॉर्मेट में एक बदलाव आया है. बदलाव का कारण कोरोना है. इस बदलाव में कोरोना गाइडलाइन को लेकर सोशल मैसेज तो दिए जा रहे हैं लेकिन व्यापारियों के लिए बीते 2 साल बेहद खराब रहे हैं और बदलते ट्रेंड से अब उन्हें अपने भविष्य की चिंता भी सताने लगी है.

Last Updated : Jan 22, 2022, 8:02 PM IST
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