जयपुर. भीषण गर्मी से राहत के लिए मानसून की बाट जोह रहे राजस्थान वासियों को बारिश की बूंदों ने तरबतर कर दिया है. इस बार मानसून ने करीब 5 से 6 दिन पहले ही राजस्थान में एंट्री ली है. हमेशा वागड़ के रास्ते 20 जून के बाद प्रवेश करने वाला मानसून इस बार झालावाड़ और उदयपुर के रास्ते प्रवेश कर चुका है. मानसून के असर के चलते शनिवार को कई जिलों में बारिश भी हुई है.
शुक्रवार के दिन यहां बरसे बदरा
बीते दिन मानसून ने जब एंट्री ली तो उदयपुर और झालावाड़ में हल्की बारिश दर्ज की गई. वहीं अजमेर, भरतपुर, टोंक, भीलवाड़ा और सीकर जिले के कुछ हिस्सों में भी बारिश दर्ज हुई. बाड़मेर, पाली, बीकानेर और चूरू जिले में एक्टिव प्री मानसून से बारिश दर्ज की गई. बाड़मेर में करीब 40.8 एमएम और झालावाड़ के डग में करीब 76 एमएम बारिश दर्ज की गई है. वहीं जयपुर और उसके आस-पास के कई जिलों में बीते दिन मौसम सुहावना बना रहा.
आसमान में छाए बादल, आज इन जिलों में हो सकती है बारिश
सैटेलाइट तस्वीरें देखने पर पता चलता है कि राजस्थान के करीब 80 फीसदी क्षेत्र में बादलों ने अपने डेरा जमा लिया है. लेकिन मौसम विभाग की मानें तो शनिवार के दिन बांसवाड़ा, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है. मानसून को पूरे राजस्थान में सक्रिय होने में अभी एक सप्ताह लग सकता है.
आइए आपको बताते हैं बीते 5 सालों में कब-कब राजस्थान पधारा मानसून
- 2016 - 22 जून
- 2017 - 27 जून
- 2018 - 26 जून
- 2019 - 2 जुलाई
- 2020 - 24 जून
झालावाड़ में छज्जा गिरा, एक बुजुर्ग की मौत
बारिश के चलते झालावाड़ के जावर थाना क्षेत्र में छज्जे पर बैठे एक बुजुर्ग कि छज्जा टूट कर नीचे गिरने से मौत हो गई. मृतक के भतीजे श्रीलाल लोधा ने बताया कि वह मकान के छज्जे पर बैठे हुए थे. इस दौरान छज्जा टूट गया. जिसके चलते वे जमीन पर आ गिरे और उनको चोटें आई. ऐसे में घायल अवस्था में उनको अकलेरा के सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लेकर आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि दिन में बारिश होने की वजह से छज्जा थोड़ा कमजोर हो गया था. ऐसे में पानी के कारण छज्जा उनका वजन नहीं झेल सका और टूट कर नीचे गिर गया. जिसकी वजह से उनके चाचा की भी मौत हो गई.