जयपुर. प्रदेश में 'जल जीवन मिशन' (Jal Jeevan Mission) के तहत कार्य समय पर पूरा हो, इसके लिए जलदाय विभाग (water supply department) ने अनूठी पहल शुरू की है. कार्य समय पर पूरा करने के लिए अधिकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा.
जिला एवं सम्भाग स्तर पर अधिकारियों की उपलब्धियों के मूल्यांकन के लिए जलदाय विभाग 'परफॉर्मेंस ऑडिट मैकेनिज्म' तैयार किया है. निर्धारित पैरामीटर्स के तहत सम्भागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टरों के अलावा जलदाय विभाग के रीजन स्तर पर कार्यरत अतिरिक्त मुख्य अभियंता और जिला स्तर पर अधीक्षण अभियंता के प्रदर्शन का आंकलन किया जाएगा. शुरुआत में वर्ष 2021-22 में जेजेएम के लक्ष्यों की प्राप्ति में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अधिकारियों का चयन होगा, जिनको राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे.
इस संबंध में एसीएस सुधांश पंत ने बताया कि रैंकिंग सिस्टम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर प्रति वर्ष चार श्रेणियों में 2 सम्भागीय आयुक्त, 5 जिला कलेक्टर, 3 अतिरिक्त मुख्य अभियंता और 5 अधीक्षण अभियंताओं का चयन किया जाएगा. इन चार श्रेणियों में अधिकारियों की दक्षता और कार्यकुशलता के मूल्यांकन के लिए अलग-अलग पैरामीटर्स निर्धारित किए गए है.
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पंत ने बताया कि प्रदेश के सभी सात सम्भागीय मुख्यालयों पर तैनात सम्भागीय आयुक्तों को अपने अधीन आने वाले जिलों में वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप 'हर घर नल कनेक्शन' तथा (tap water connection) 'सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों' की संख्या की मॉनिटरिंग का टास्क दिया गया है. उनको वर्ष 2021-22 के एक्शन प्लान के लक्ष्यों की तुलना में 'हर घर नल कनेक्शन' की संख्या के लिए 60 तथा सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या के आधार पर 40 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक प्रदान किए जाएंगे.
पंत ने बताया कि 'परफॉर्मेंस ऑडिट मैकेनिज्म' में जिला कलेक्टरों के प्रदर्शन का आंकलन के करने के लिए चार पैरामीटर निर्धारित किए गए हैं. जेजेएम में जिला कलेक्टर्रों की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समितियों का गठन किया गया है. जिला कलेक्टरों को गाइडलाइन के अनुसार इस समिति की प्रतिमाह बैठक और उसका कार्यवाही विवरण समय पर जारी करने के लिए 5 तथा 'विलेज एक्शन प्लान' के अनुमोदन एवं ग्रामीण जल योजनाओं की स्वीकृति के लिए 20 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक मिलेंगे. 'हर घर नल कनेक्शन' की संख्या के लिए 50 तथा 'सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या' के आधार पर 25 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक दिए जाएंगे.
रीजन के प्रभारी एसीई की रैंकिंग तीन मानदंडों के आधार पर तय होगी. उनको अपने अधीन जिलों में वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप 'हर घर नल कनेक्शन','सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांव' तथा 'विलेज एक्शन प्लान' (village action plan) की संख्या के आधार पर अंक दिए जाएंगे. एसीई को अपने रीजन के गांवों में सामुदायिक सहभागिता से 'विलेज एक्शन प्लान' तैयार कर उनका ग्राम सभाओं में अनुमोदन कराने के लिए 20 अंक, 'हर घर नल कनेक्शन' की संख्या के लिए 50 तथा 'सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या' के आधार पर 30 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक प्रदान किए जाएंगे.
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सभी जिलों में कार्यरत जलदाय विभाग के एसई के प्रदर्शन का आंकलन करने के लिए भी 4 पैरामीटर्स बनाए गए है. उनको जिला जल एवं स्वच्छता समिति के कार्यों में प्रशासनिक दायित्व के तहत प्रति माह बैठक एवं कार्यवाही विवरण के लिए 10, वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप सामुदायिक सहभागिता से 'विलेज एक्शन प्लान' को तैयार एवं उनका ग्राम सभाओं में अनुमोदन कराने के लिए 15, 'हर घर नल कनेक्शन' की संख्या के लिए 50 एवं 'सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या' के आधार पर 25 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक दिए जाएंगे.