जयपुर. जलदाय विभाग के तकनीकी कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिलने से उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है. पेंशन विभाग ने पिछले 1 साल से अधिक समय से उनकी पेंशन रोकी हुई है. जलदाय विभाग के कर्मचारी इस मामले को लेकर बुधवार को पेंशन विभाग के निदेशक का पुतला फूंकेंगे.
वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप यादव ने बताया कि तकनीकी कर्मचारियों के वेतन कटौती को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी और हाईकोर्ट ने 3 अक्टूबर 2019 को आदेश जारी कर कटौती पर स्टे आदेश दिया. आदेश में कहा गया कि स्टे आदेश निरस्त होने तक अधिक भुगतान की वसूली नहीं की जाए. इस आदेश को वित्त विभाग ने भी 10 जनवरी 2020 को स्वीकृति दे दी थी उसके बाद भी पेंशन विभाग कर्मचारियों की पेंशन जारी नहीं कर रहा.
कुलदीप यादव ने बताया कि पेंशन विभाग के निदेशक हठधर्मिता से काम कर रहे हैं और कर्मचारियों की ग्रेच्युटी राशि में से अधिक भुगतान की राशि को रोक लिया गया. इसके कारण जलदाय विभाग के सैकड़ों कर्मचारियों की पेंशन एक साल से ज्यादा समय से रुकी हुई है. विभाग जानबूझकर पेंशन देने में देर कर रहे हैं.
यादव ने बताया कि वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ की ओर से न्यायालय में पेंशन निदेशक के विरुद्ध अवमानना याचिका भी प्रस्तुत कर दी गई है. इस मामले को लेकर 15 दिन पहले मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त विभाग और पीएचईडी विभाग के प्रमुख शासन सचिव को भी ज्ञापन दिया गया था. इसके बावजूद भी पेंशन विभाग के निदेशक अपनी मनमानी पर अड़े हुए हैं. पेंशन विभाग के निदेशक के विरुद्ध उनकी कार्यशैली को लेकर बुधवार को ज्योति नगर स्थित पीएचईडी कार्यालय में 1:30 बजे पेंशन विभाग के निदेशक का पुतला फूंका जाएगा.
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इसी के साथ उन्होनें कहा कि पुतला दहन के दौरान कोविड-19 के दिशा निर्देशों की पालना की जाएगी और कर्मचारी प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करेंगे. बता दें, इससे पहले भी राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ पेंशन विभाग के निदेशक पर वित्त विभाग और हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना का आरोप लगा चुके हैं.