जयपुर. जयपुर जिले सहित प्रदेश के अधिकांश मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, कार्यालयों में लगे अधिकारी और कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. जिससे इन कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इन दिनों शिक्षा विभाग में कर्मचारियों की तो क्या अधिकारियों के भी हाल बेहाल है. जिन अधिकारियों पर कर्मचारियों को वेतन दिलाने की जिम्मेदारी है, वे खुद तीन महीनों से वेतन को तरस रहे हैं. इन कार्यालयों में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद पर जिला शिक्षा अधिकारी कैडर का अधिकारी लगा हुआ है. जिसके ऊपर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को समय पर वेतन दिलाने की जिम्मेदारी है. लेकिन बजट के अभाव में इनको वेतन दिलाना तो दूर खुद अपने वेतन की व्यवस्था तक नहीं कर पा रहे हैं.
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इन अधिकारियों और कर्मचारियों की दिवाली भी फीकी ही निकल गई. इनको दिवाली पर ना वेतन मिला और ना ही बोनस. बता दें कि शिक्षा विभाग ने दो साल पहले कार्यालयों का पुनगर्ठन किया था. इसमें प्रदेश में 302 ब्लॉकों में डीइओ अधिकारियों को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद पर लगाया गया. जयपुर में 19 सीबीईओं कार्यालय है. इन कार्यालयों में लगाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों के पद राज्यमद की बजाए समग्र शिक्षा अभियान के मद में स्वीकृत किए गए.
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इन सभी पदों को प्रोजेक्ट के पद माने जाते हैं. जिनका खर्चा केंद्र से समग्र शिक्षा अभियान को मिलने वाले बजट से चलता है. लेकिन इन कार्यालयों को मिलने वाले वेतन का बजट समग्र शिक्षा अभियान में खत्म हो गया. इसके बाद से ही कर्मचारी वेतन को तरस रहे है. अधिकांश कर्मचारियों और अधिकारियों को अंतिम बार जून-जुलाई माह का वेतन ही मिला था.
इसके बाद से उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है. ये कर्मचारी दिवाली पर वेतन दिलाने की मांग कर चुके थे. लेकिन वेतन मिलना तो दूर उनको बोनस भी नहीं मिला. ऐसे में इन कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.