जयपुर. राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ अपने 7 सूत्री मांग पत्र को लेकर 30 जनवरी से लगातार सत्याग्रह आंदोलन कर रहा है. संगठन की ओर से लगातार पिछले 2 वर्षों से राज्य सरकार को ज्ञापन दिया जा रहे हैं. लेकिन सरकार ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की. इसके चलते ग्राम विकास अधिकारी संघ में आक्रोश व्याप्त है. आंदोलन की कड़ी में अपने मांग पत्र पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी संघ ने बुधवार को परशुराम सर्किल से विद्याधर नगर स्टेडियम तक कलश यात्रा निकाली.
इस कलश यात्रा में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आई महिला ग्राम विकास अधिकारियों ने भाग लिया. विद्याधर नगर स्टेडियम के पास सत्याग्रह महायज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें अपनी मांगों की पूर्ति के लिए ग्राम विकास अधिकारियों ने आहुतियां दीं. ग्राम विकास अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा ने बताया कि 6 फरवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी को पंचायत समिति मुख्यालय एवं 27 फरवरी को प्रदेश के 33 जिला मुख्यालय पर ग्राम विकास अधिकारी एक हजार से अधिक सत्याग्रह यज्ञ का आयोजन कर चुके हैं.
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लेकिन अभी तक उनकी मांगों को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया. महावीर शर्मा ने बताया कि राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ जनवरी 2019 से अपनी मांगों को लेकर लगातार शासन और सरकार को ज्ञापन भेज रहा है. सत्याग्रह आंदोलन के तहत अभी तक कोई भी राजकीय कार्य को रोका नहीं गया और न ही उसका बहिष्कार किया गया है.
उन्होंने बताया कि संघ के आंदोलन की प्रमुख विशेषता यही है कि न ही सरकार का काम रुकेंगे और न ही जनता का काम रोकेंगे. जब तक कि मजबूर नहीं कर दिया जाता. यदि सरकार लगातार अनदेखी करेगी तो ग्राम विकास अधिकारी आंदोलन के स्वरूप को बदल सकता है.
ग्राम विकास अधिकारी संघ की मांगें
शर्मा ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी संघ की प्रमुख मांग वेतन विसंगति दूर कर ग्रेड पर 3600 करना, एसीपी के स्थान पर पदोन्नति पद का वेतनमान मंजूर करना, विशेष भत्ता एवं अतिरिक्त भत्ते में बढ़ोतरी करना, जिला कैडर परिवर्तन की नीति लागू करना, ग्राम विकास अधिकारियों के 3896 पदों पर भर्ती करना, 5 वर्षों से लंबित पदोन्नतियाँ करना, डीआरडीए कार्मिकों को नियमित करना, शासन व सरकार से हुई 9 लिखित समझौतों को लागू करवाना है.
महावीर शर्मा ने कहा कि यदि सरकार इसके बाद हमारी मांग नहीं मानती है तो कार्यकारिणी की बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. ग्राम विकास अधिकारियों के इस आंदोलन को राजस्थान सरपंच संघ ने भी अपना समर्थन दिया है और सरपंच संघ के पदाधिकारी आज कलश यात्रा और सत्याग्रह महायज्ञ में भी शामिल हुए.