जयपुर. प्रदेश जब कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर की जद में आना शुरू हुआ तो सरकार और चिकित्सा विभाग ने कोरोना टीकाकरण का कार्यक्रम (Vaccination program is going slow in Rajasthan) में तेजी लाई थी. तीसरी लहर के डर की वजह से लोगों ने आगे आकर टीका भी लगवाया और प्रदेश के लगभग 13 से 14 जिले ऐसे थे जहां 90 फ़ीसदी से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई, लेकिन जैसे-जैसे प्रदेश में संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं वैसे-वैसे टीकाकरण का ग्राफ भी गिरता जा रहा है.
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल प्रदेश के 8 जिले ऐसे हैं जहां लोगों को वैक्सीन की पहली डोज शत-प्रतिशत लग चुकी है. दावा किया गया था कि अन्य 10 जिलों में करीब 90 फ़ीसदी टीकाकरण हो चुका है यानी इन जिलों के अंदर करीब 90 फ़ीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक इन जिलों में रहने वाले सभी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगाई गई है.
प्रदेश जब संक्रमण की तीसरी लहर की चपेट में आया तो चिकित्सा मंत्री ने निर्देश देते हुए व्यापक स्तर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए थे. उस दौरान वैक्सीनेशन कार्यक्रम परवान चढ़ा लेकिन अब टीकाकरण के आंकड़ों में गिरावट आने लगी है.
प्रदेश के 8 जिले जिनमें जयपुर प्रथम और द्वितीय, हनुमानगढ़, चित्तौड़गढ़, सीकर, उदयपुर, प्रतापगढ़ और बूंदी जिले में फिलहाल वैक्सीन की पहली डोज 100 फ़ीसदी लोगों को लग पाई है. इसके अलावा अन्य कोई ऐसा जिला नहीं है जिसने यह आंकड़ा छुआ हो. इसके अलावा 14 जिले ऐसे हैं जिनमें 90 से 99 फ़ीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तकरीबन 1 महीने पहले लगाई जा चुकी है लेकिन अभी तक इन दिनों में 100 फ़ीसदी आंकड़ा नहीं पहुंचा है जिनमें टोंक, जैसलमेर, नागौर, भीलवाड़ा, बीकानेर, झालावाड़, राजसमंद, जोधपुर, बारा, चूरू, श्रीगंगानगर, अजमेर, अलवर और सवाई माधोपुर जिले शामिल हैं.
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31 जनवरी तक शत-प्रतिशत का दावा
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने दावा किया था कि प्रदेश के सभी जिलों में 31 जनवरी तक शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हो जाएगा यानी जनवरी तक प्रदेश के सभी लोगों को पहली डोज लग चुकी होगी लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. हालांकि प्रदेश का प्रतापगढ़ पहला ऐसा जिला बना जिसने वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज शत प्रतिशत लगाने का रिकॉर्ड बनाया है.
युवाओं ने दिखाया जोश
प्रदेश में 15 से 18 आयु वर्ग के युवाओं को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम 3 जनवरी से शुरू किया गया और शुरुआत के 17 दिनों में 60 फ़ीसदी युवाओं को वैक्सीन की पहली डोज लग गई. इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम में युवाओं ने आगे आकर यह दिखाया कि वैक्सीनेशन कितना जरूरी है और प्रदेश में तकरीबन 53 लाख युवाओं को वैक्सीन लगनी है. इसमें से लगभग 4124014 युवाओं को अब तक प्रदेश में वैक्सीन लगाई जा चुके हैं यानी 80 फ़ीसदी युवाओं को पहली डोज लग चुकी है.