जयपुर. ग्रेटर नगर निगम साधारण सभा की बैठक में (Uproar in Greater Nagar Nigam Meeting) गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान कांग्रेस और भाजपा के पार्षद आपस में भिड़ गए. हालात ये गए कि दोनों पार्षद हाथापाई पर उतर आए. हंगामा बढ़ता देखर कर महापौर सौम्या गुर्जर ने सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगति कर दी.
दरअसल कांग्रेसी पार्षद ओमप्रकाश रणवा विकास के मुद्दे को लेकर संबोधित कर रहे थे लेकिन इसी दौरान बीजेपी पार्षद रणवीर सिंह ने उन्हें बीच में ही टोक दिया. इस पर ओम प्रकाश रणवा ने उन्हें गलत शब्द बोलते हुए रोक दिया. इससे बीजेपी पार्षद रणवीर सिंह भड़क गए और कांग्रेसी पार्षद ओमप्रकाश रणवा से भिड़ गए. हालांकि इसी बीच अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव करके मामले को शांत करवाने की कोशिश की लेकिन मामला नहीं सुलझा. दोनों ही पार्टी के पार्षद वेल में उतर कर नारेबाजी करने लगे.
बीजेपी पार्षदों की मांग रही कि या तो पार्षद ओमप्रकाश रणवा माफी मांगें या फिर उन्हें सदन से बाहर किया जाए. इसके बाद हंगामा बढ़ते महापौर सौम्या गुर्जर ने 10 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया.
हर वार्ड के विकास के लिए मिलेंगे 80 लाख रुपएः जयपुर ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में एजेंडे में शामिल प्रस्ताव पर चर्चा की गई. इस दौरान ग्रेटर नगर निगम में शामिल सभी वार्ड में होने वाले विकास के लिए बजट में बढ़ोतरी की गई. इसके बाद अब प्रत्येक वार्ड को विकास के लिए 80 लाख रुपए मिलेंगे. इसके अलावा अब ग्रेटर नगर निगम की ओर से 1 जून से नगर निगम आपके द्वार अभियान भी शुरू किया जा रहा है. इसके तहत निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि लोगों के घर घर जाकर समस्या का समाधान करेंगे.
ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में शामिल एजेंडों को लेकर चर्चा की गई. जिसमें प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 की प्रगति रिपोर्ट, सदस्यों की ओर से दिए गए सुझाव पर चर्चा और विचार विमर्श किया गया. बैठक में 55 लाख के विकास कार्य, आगामी वर्ष में वार्डों में कराए जाने वाले विकास कार्यों, रोशनी व्यवस्था में आवश्यक सुधार, जयपुर क्षेत्र में सीवरेज लाइन की सफाई और जयपुर क्षेत्र में स्थित नालों की सफाई कार्य व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई.
साधारण सभा की बैठक के दौरान पार्षदों में असंतोष भी देखा गया. पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रत्येक वार्ड में 55 लाख रुपए विकास के लिए खर्च किए जाने थे. लेकिन विकास कहीं नजर नहीं आया. पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं और जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं करते. वहीं पार्षदों ने वार्ड के विकास में व्यय किए जाने वाली राशि में भी बढ़ोतरी की मांग की. इसके बाद महापौर सौम्या गुर्जर ने बताया कि अब मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए वार्ड के विकास कार्य के लिए 80 लाख रुपए का बजट दिया जाएगा.
विद्युत शाखा चेयरमैन ने उठाए सवालः साधारण सभा की बैठक के दौरान विद्युत शाखा की चेयरमैन सुखप्रीत बंसल ने सवाल उठाते हुए कहा कि मानसून आने वाला है. लेकिन अभी तक बिजली संबंधी मेंटेनेंस विभिन्न वार्डों में शुरू नहीं हुआ है उन्होंने कहा कि जगह-जगह तार खुले पड़े हैं और इस लापरवाही के चलते कुछ समय पहले एक 11 वर्षीय बच्चे की करंट लगने से मौत भी हो गई थी. ऐसे में सुखप्रीत बंसल ने कहा कि जिस फर्म को मेंटेनेंस का काम दे रखा है, उसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ है. सौम्या गुर्जर ने निगम के इंजीनियरों से जवाब मांगा तो इंजीनियरों के पास इसका कोई जवाब नहीं था ऐसे में सभी पार्षदों ने इंजीनियरों पर कार्रवाई करने की मांग रखी. इसके अलावा सुखप्रीत बंसल ने बताया कि हिंगोनिया गौशाला में सोलर लाइट लंबे समय से खराब पड़ी है और वहां लगाए गए बिजली के पोल भी घटिया किस्म के हैं. ऐसे में कुछ पोल गिर चुके हैं और लाइटें खराब हो चुकी हैं. इसके बावजूद जिस फर्म को टेंडर जारी किया गया था वह मेंटेनेंस का काम नहीं कर रही.
2 साल से जमे अधिकारियों को हटाने का प्रस्तावः बैठक में पार्षदों की ओर से बताया गया कि निगम के अधिकारी और कर्मचारी जनप्रतिनिधियों की नहीं सुन रहे. बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहा की एक ऐसा प्रस्ताव लाना चाहिए जिसके तहत नगर निगम में 2 साल से एक ही सीट पर बैठे कर्मचारियों को हटाया जाए. हालांकि इस दौरान मेयर सौम्या गुर्जर ने कहा कि सरकार की ओर से जो ट्रांसफर को लेकर पॉलिसी बनाई गई है उसी की पालना के तहत ट्रांसफर संभव है. वहीं बैठक में नगर निगम के प्रशासनिक कार्य प्रणाली के सरलीकरण का प्रस्ताव भी रखा गया.
एक दूसरे पर आरोपः साधारण सभा की बैठक में कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए. कांग्रेस पार्षद राजुला सिंह ने उनके वार्ड में एक अवैध निर्माण पर हो रही कार्रवाई को रुकवाने के लिए डिप्टी मेयर पुनीत कर्णावट पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा डिप्टी मेयर ने अवैध निर्माण को रुकवाया है जिस पर पुनीत कर्णावट ने कहा कि पार्षद राजुला के पति गरीबों और वहां संचालित थड़ी ठेलों वालों से चौथ वसूली कर रहे हैं. जिसके बाद इस घटना को लेकर साधारण सभा की बैठक में हंगामा हो गया. ऐसे में मेयर ने सभी पार्षदों को चेतावनी देते हुए मर्यादा में रहने के निर्देश दिए.