जयपुर. गहलोत सरकार से मांगों का समाधान नहीं होने पर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) बेरोजगारों के साथ शुक्रवार को यूपी रवाना हो गए. उपेन यादव ने उत्तर प्रदेश में आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह शनिवार से अपनी मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश में आमरण अनशन शुरू करेंगे. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
उल्लेखनीय है कि 21 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 14 अक्टूबर से राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ (Rajasthan Unemployed Unified Federation) के बैनर तले बेरोजगार युवा शहीद स्मारक पर आंदोलन कर रहे थे. इस दौरान कई बार उनकी सरकार से वार्ता भी हुई जो विफल रही. सरकार के प्रतिनिधि भी शहीद स्मारक पहुंचे. लेकिन उन्होंने केवल आश्वासन ही दिया.
बेरोजगारों में इस बात को लेकर आक्रोश व्याप्त है कि सरकार ने उनके समर्थन से सरकार बनाई और अब सरकार उनके साथ वादाखिलाफी कर रही है. उपेन यादव ने कहा कि हमारी सभी मांगें वाजिब है. इसके बावजूद भी सरकार नहीं मान रही है. 2 दिन पहले मुख्यमंत्री के सलाहकार (Advisor to the Chief Minister) बने दानिश अबरार भी धरना स्थल पहुंचे थे और उन्होंने हमारी मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब वे भी फोन तक नहीं उठा रहे.
गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
यूपी जाने से पहले उपेन यादव ने अपने बेरोजगार साथियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया. अपने साथियों को संबोधित करने के दौरान उपेन यादव और उनके साथियों की आंखें भी नम हो गई. उन्होंने कहा कि सरकार ने हम बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा किया है. हमारी परिस्थितियां आर्थिक रूप से भी बहुत ज्यादा खराब है. इसके बावजूद भी सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है. हमने धरना स्थल पर कठिन समय गुजारा है. धरना स्थल पर ही त्यौहार मनाएं है. उन्होंने गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया.
उपेन यादव ने कहा कि आंदोलन करते हुए 44 दिन हो गए हैं. इन 44 दिनों में अलग-अलग तरीकों से सरकार को मनाने का प्रयास भी किया गया. लेकिन सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी. अब ऐसा लग रहा है जैसे हम लोग अनाथ हो गए हैं. सरकार हमारे साथ राजनीति कर रही है. यदि उत्तर प्रदेश में मेरे या मेरे साथियों के साथ अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदार राज्य सरकार ही होगी. उपेन ने कहा जब हम पिछली बार यूपी गए थे तो हम पर लाठीचार्ज हुआ था.