जयपुर. कोरोना काल में जहां कुछ लोग मनमानी करते हुए लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. वहीं कुछ लोग लॉकडाउन की पालना को लेकर मिसाल भी कायम कर रहे हैं. जयपुर जिले के तुंगा गांव में राव समाज में एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है. यहां न बैंड बाजा, न ताम-झाम, न नाते-रिश्तेदारों का हुजूम और न ही प्रीतिभोज. बस पांच लोगों के बीच पूरे विधि विधान से शादी हुई.
दूल्हा-दुल्हन समेत सभी लोग मास्क लगाए हुए थे. इतना ही नहीं बारात को विदाई में मास्क और सैनिटाइजर भी उपहार में दिए गए. इस शादी में अजमेर जिले के किशनगढ़ से दूल्हा महज परिवार के पांच सदस्यों के साथ शादी करने पहुंचा. यहां लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए राव समाज के नव दंपति सात फेरों के बंधन में बंधे. किसी ताम झाम के बगैर हुई शादी को लेकर दुलन योगिता का कहना था कि हर एक लड़की के सपने होते हैं कि उसकी शादी याद गार पलों के साथ संम्पन हो. लेकिन उनकी शादी एक अलग ही तरीके से हुई. ये भी एक याद गार मूवमेंट ही रहेगा. हालांकि इस बात का मलाल है कि परिवार के और लोग शादी में शामिल नहीं हो सके.
दरअसल गोपाल सिंह के पुत्र किशोर सिंह की शादी 2 अप्रैल को तय हुई थी. लेकिन प्रदेश में लागु लॉकडाउन और सरकार की गाइड लाइन के चलते शादी को पोस्टपोंड किया गया. लेकिन वर-वधु के परिवार वालों ने आपस में बैठ कर तय किया कि वो लॉकडाउन के नियमों की पालना करते हुए पीपल पूर्णिमा को हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार शादी की रस्में पूरी करेंगे.
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दूल्हे किशोर सिंह का कहना था कि हम लोगों ने लॉकडाउन का पालन करते हुए शादी की है. यह भी जीवन में एक याद बनी रहेगी. अगर कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचना है, तो लॉकडाउन के नियमों का पालन अवश्य करें और देश को इस महामारी से बचाएं.
शादी में शिरकत नहीं कर सके रिश्तेदारों ने भी वीडियो कॉलिंग के माध्यम से वर-वधू को आशीर्वाद दिया. इसके अलावा दुल्हन के माता-पिता ने बेटी को उपहार के रूप में सैनिटाइजर दिया. समाज में गोपाल सिंह जैसे लोगों की जीतनी तारीफ की जाए वो कम है. जिन्होंने किसी तरह के तामझाम को छोड़ गाइड लाइन की पालना करते हुए, पुरे विधि विधान के साथ शादी की.