जयपुर. राजधानी के अंबाबाड़ी स्थित स्वास्तिक भवन में रविवार सुबह 9:00 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारी मंडल की अखिल भारतीय बैठक हुई. इस बैठक में कोरोना काल मे हुए सेवा कार्यो की समीक्षा की गई. बैठक में सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी समेत चार सर सह सरकार्यवाह भी उपस्थित थे. उत्तर पश्चिम क्षेत्र के 3 प्रांतों जोधपुर, जयपुर और चित्तौड़गढ़ की बैठक थी.
भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्वलन के साथ बैठक शुरू हुई. प्रति वर्ष दीपावली पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारी मंडल की अखिल भारतीय बैठक होती है. जिसमें लगभग 400 कार्यकर्ता मौजूद रहती हैं. परंतु इस बार देश भर में कोरोना की विशेष परिस्थिति के कारण बैठक का आयोजन एक स्थान की बजाय से संघ के क्षेत्र रचना अनुसार 11 भागों में किया जा रहा है.
चार क्षेत्रों कोयंबटूर, हैदराबाद, अहमदाबाद और भोपाल में यह बैठक संपन्न हो चुकी है, पांचवी बैठक जयपुर में रविवार को हुई. इसके आगे 6 बैठकें और होनी है. देशभर में संघ के 11 क्षेत्र 44 प्रांत है. प्रत्येक स्थान पर 30 से 40 तक कार्यकर्ता शासकीय दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्वास्थ्य संबंधी अनुशासन का ध्यान रखते हुए बैठक में रहते हैं. बैठक में देश भर में कोरोना काल में हुए सेवा कार्यों की समीक्षा हुई. साथ ही आगे की सेवा स्वावलंबन, परामर्श कार्यों की दिशा, और अनलॉक के बाद शाखाओं का मैदान पर आने की प्रक्रिया प्रांतों की गाइडलाइन के अनुसार तैयारी पर भी चर्चा हुई.
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कार्यकारी मंडल की बैठक में पर्यावरण और परिवार प्रबोधन की गतिविधियों की राजस्थान में कार्य और प्रयोगों पर भी बातचीत भी हुई. बैठक में उत्तर पश्चिम क्षेत्र और तीनों प्रान्तों के संघ संचालक, कार्यवाहक और प्रचारक उपस्थित थे. बैठक दिनभर 4 सत्रों में चली. मोहन भागवत का जयपुर में 2 दिन का प्रवास है.
सरसंघचालक ने दी पूर्णाहूति.
अंबाबाड़ी स्थित स्वास्तिक भवन निर्माण के बाद सरसंघचालक और सरकार्यवाह के पहली बार आने और अहोई अष्टमी पर सुबह हुए हवन में सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी और मुख्य यजमान क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश ने पूर्णाहुति दी. पंडित मोहित ने मंत्रोच्चार के साथ पूर्णाहुति दिलवाई. अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में गोमय दीपकों की प्रदर्शनी, सेवा भारती द्वारा बनाई गई स्वदेशी निर्मित, झालरे और पर्यावरण गतिविधि की रसोई बगिया की प्रदर्शनी लगाई गई.