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GST कंपनसेशन के तहत केन्द्र ने जारी किए 1500 करोड़, मुख्य सचिव बोले- अभी भी अटके 1700 करोड़

जीएसटी काउंसिल की बैठक से पूर्व केंद्र सरकार ने राजस्थान को जीएसटी कंपनसेशन के मद में मिलने वाले 32 सौ करोड़ रुपये में से 1500 करोड़ की राशि जारी कर दी है. रेवेन्यू की धीमी रफ्तार की वजह से वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही प्रदेश सरकार इसकी पुरजोर मांग कर रही थी.

GST compensation released, D B gupta, जीएसटी काउंसिल की बैठक
GST compensation released
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Published : Dec 18, 2019, 7:57 PM IST

जयपुर. जीएसटी कंपनसेशन के तहत मिलने वाली प्रदेश की हिस्सा राशि की एक किश्त 1500 करोड़ केन्द्र सरकार ने जारी कर दी है. लेकिन अभी भी राज्य का 1700 करोड़ रुपए का हिस्सा अटका हुआ है.

हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जीएसटी कंपनसेशन के मद में मिलने वाले राज्य सरकार के हिस्से को लेकर मांग की थी. उन्होंने कहा था कि पैसा नहीं मिलने की वजह से राज्यों को अपनी स्कीमें लागू करने में दिक्कत हो रही है. वहीं, सीएसएस के तहत केंद्र से मिलने वाली हिस्सा राशि में 60:40 का अनुपात करने के बाद राजस्थान को 11 हजार करोड़ रुपए की कटौती झेलनी पड़ेगी.

अभी भी अटके राज्य के 1700 करोड़ रुपए : मुख्य सचिव

अब प्रदेश के मुख्य सचिव डी बी गुप्ता ने भी कहा है कि जीएसटी कंपनसेशन के तहत 1500 करोड़ रुपए राज्य को मिल गए हैं लेकिन अब भी प्रदेश का सत्रह सौ करोड़ रूपए अटका हुआ है. जीएसटी काउंसिल में भी राजस्थान नेतृत्व ने अन्य राज्यों के साथ मिलकर इस मुद्दे को उठाया है ताकि रुका हुआ पैसा प्रदेश को जल्द मिल सके और राज्यों की स्कीमें किसी तरीके से प्रभावित ना हो.

पढ़ेंः सरकार 'राज' 1 साल: ज्यादातर वादों पर काम, उम्मीदों पर खरे उतरे: अविनाश पांडे

मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र ने सीधे तरीके से तो राज्यों को मिलने वाले मद में कोई कटौती नहीं की है लेकिन जिस तरह से केन्द्र द्वारा संचालित स्कीम में प्रदेश को पहले पूरा 100 फीसदी या कहीं कहीं 90 फीसदी हिस्सा केन्द्र से ही मिलता था. लेकिन अब उसमें केंद्र 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राज्य की हिस्सेदारी तय कर दी है. जिससे प्रदेशों में दिक्कत आ गई हैं.

पढ़ेंः प्रदेश में शुरू हुआ 'निरोगी राजस्थान अभियान'

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश को केंद्र से 3 मदों में पैसा मिलता है. जिनमें से एक सेंटर स्पॉन्सर्ड स्कीम, दूसरी जीएसटी कंपनसेशन और टैक्स में शेयर होता है इसका काफी पैसा रुका हुआ है. अगर यह पैसा समय पर मिल जाए तो प्रदेश को वित्तिय दिक्कतों से जूझना नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से रखा जाएगा.

जयपुर. जीएसटी कंपनसेशन के तहत मिलने वाली प्रदेश की हिस्सा राशि की एक किश्त 1500 करोड़ केन्द्र सरकार ने जारी कर दी है. लेकिन अभी भी राज्य का 1700 करोड़ रुपए का हिस्सा अटका हुआ है.

हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जीएसटी कंपनसेशन के मद में मिलने वाले राज्य सरकार के हिस्से को लेकर मांग की थी. उन्होंने कहा था कि पैसा नहीं मिलने की वजह से राज्यों को अपनी स्कीमें लागू करने में दिक्कत हो रही है. वहीं, सीएसएस के तहत केंद्र से मिलने वाली हिस्सा राशि में 60:40 का अनुपात करने के बाद राजस्थान को 11 हजार करोड़ रुपए की कटौती झेलनी पड़ेगी.

अभी भी अटके राज्य के 1700 करोड़ रुपए : मुख्य सचिव

अब प्रदेश के मुख्य सचिव डी बी गुप्ता ने भी कहा है कि जीएसटी कंपनसेशन के तहत 1500 करोड़ रुपए राज्य को मिल गए हैं लेकिन अब भी प्रदेश का सत्रह सौ करोड़ रूपए अटका हुआ है. जीएसटी काउंसिल में भी राजस्थान नेतृत्व ने अन्य राज्यों के साथ मिलकर इस मुद्दे को उठाया है ताकि रुका हुआ पैसा प्रदेश को जल्द मिल सके और राज्यों की स्कीमें किसी तरीके से प्रभावित ना हो.

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मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र ने सीधे तरीके से तो राज्यों को मिलने वाले मद में कोई कटौती नहीं की है लेकिन जिस तरह से केन्द्र द्वारा संचालित स्कीम में प्रदेश को पहले पूरा 100 फीसदी या कहीं कहीं 90 फीसदी हिस्सा केन्द्र से ही मिलता था. लेकिन अब उसमें केंद्र 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राज्य की हिस्सेदारी तय कर दी है. जिससे प्रदेशों में दिक्कत आ गई हैं.

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मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश को केंद्र से 3 मदों में पैसा मिलता है. जिनमें से एक सेंटर स्पॉन्सर्ड स्कीम, दूसरी जीएसटी कंपनसेशन और टैक्स में शेयर होता है इसका काफी पैसा रुका हुआ है. अगर यह पैसा समय पर मिल जाए तो प्रदेश को वित्तिय दिक्कतों से जूझना नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से रखा जाएगा.

Intro:प्रदेश को 32 व करोड़ में से जीएसटी कंपनसेशन के तौर पर रुका हुआ पंद्रह सौ करोड़ रुपए मिला लेकिन अभी हटके सत्रह सौ करोड रुपए मुख्य सचिव डी बी गुप्ता बोले केंद्र से आने वाला पैसा अभी रूका हुआ जिससे प्रदेश में हो रही है इसकी में चलाने में दिक्कत


Body:हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि केंद्र से मिलने वाली हिस्सा राशि राज्यों को नहीं मिल पा रही है इसके चलते राज्यों को अपनी स्कीमें लागू करने में दिक्कत हो रही है और राजस्थान को सीएसएस के तहत केंद्र से मिलने वाली हिस्सा राशि में 60:40 का रेशो करने से राजस्थान को 11000 करोड रुपए की कटौती झेलनी पड़ेगी तो वहीं अब प्रदेश के मुख्य सचिव डी बी गुप्ता ने भी कहा है कि जीएसटी कंपनसेशन के 32 करोड रुपए केंद्र पर बकाया थे जिसमें से 15 सौ करोड रुपए प्रदेश को कल ही मिले हैं लेकिन अब भी प्रदेश का सत्रह सौ करोड़ रूपए अटका हुआ है जीएसटी काउंसिल में भी राजस्थान में अन्य राज्यों के साथ मिलकर इस बात को उठाया है ताकि रुका हुआ पैसा प्रदेश को जल्द मिल सके और राज्यों की स्कीमें किसी तरीके से प्रभावित ना हो मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र ने सीधे तरीके से तो राज्यों को मिलने वाले मध्य में कोई कटौती नहीं की है लेकिन जिस तरह से सेंटर स्पॉन्सर स्कीमों में प्रदेश को पहले पूरा 100% या कहीं कहीं 90% केंद्रीय हिस्सा राशि के तौर पर मिलता था लेकिन अब उसे केंद्र ने घटाकर 60% केंद्र और 40% राज्य की हिस्सेदारी तय कर दी है जिससे प्रदेशों में दिक्कत आ गई है मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश को केंद्र से 3 मदों में पैसा मिलता है जिनमें से एक सेंटर स्पॉन्सर्ड स्कीम दूसरी जीएसटी कंपनसेशन और टैक्स में शेर होता है इसका काफी पैसा रुका हुआ है अगर यह पैसा समय पर मिल जाए तो प्रदेश को दिक्कत नहीं झेलनी पड़े
बाइट डीबी गुप्ता मुख्य सचिव राजस्थान


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