जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने नगर निकाय चुनाव में हाइब्रिड फार्मूले को लेकर यू टर्न ले लिया है. कांग्रेस जहां इस फार्मूले को लेकर बीजेपी पर बरगलाने का आरोप लगा रही थी, वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार बीजेपी के 1 नवंबर को प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी के बीच अपने फैसले पर यू-टर्न किया है.
सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस अपने आप में ही हाइब्रिड पार्टी है क्योंकि एओ ह्यूम ने 1885 में कांग्रेस की स्थापना की दी, इसलिए उन्हें हाइब्रिड फार्मूला पसंद आता है. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों का ख्याल रखते हुए अपनी सरकार से अंदरूनी लड़ाई लड़ी. पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार बीजेपी पर जो अनर्गल बयान बाजी का आरोप लगा रही है उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि इसी फैसले पर उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर अन्य नेता भी नाखुश थे.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हाइब्रिड फार्मूले के खिलाफ बीजेपी 1 नवंबर को धरना देने वाली थी. बीजेपी की इस धरना को देखते हुए सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और उन्होंने अपने फैसले को बदल लिया. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से घबराई हुई है, उन्हें लग रहा है कि निकाय चुनाव में भी उनकी हार होने वाली है.
पूनिया ने कहा कि प्रदेश की जनता ने जिस तरीके से हाइब्रिड फार्मूले को नकारा है उसी तरह से जनता निकाय चुनाव में भी कांग्रेस को पूरी तरीके से नकार देगी. उन्होंने विश्वास जताया कि जनता नगर निकाय चुनाव में बीजेपी को बड़ा बहुमत देकर जीत दर्ज कराएगी.
बता दें कि हाइब्रिड फॉर्मूले पर सरकार की यू-टर्न के बाद सीएम गहलोत ने इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि हाइब्रिड फार्मूले पर बीजेपी भ्रमण प्रचार कर रही है.