जयपुर. जोधपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से 1 अप्रैल को आदेश जारी किया गया था. इस आदेश में कहा गया था कि 4 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो रहा है. ऐसे में रमजान के महीने में बिजली कटौती नहीं की जाए. विद्युत वितरण निगम की ओर से जारी इस आदेश के बाद बीजेपी कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए हमलावर हो गई. नेता प्रतिपक्ष सहित कई बड़े नेताओं ने सरकार के इस आदेश की आलोचना की.
विवाद बढ़ा तो विद्युत वितरण निगम ने संशोधित आदेश जारी कर दिया. वहीं, उस आदेश में रमजान शब्द को हटाते हुए (Gehlot government removed the word Ramzan) गर्मी सहित अप्रैल के महीने में आने वाले त्योहारों का जिक्र करते हुए बिजली कटौती नहीं करने का फैसला किया.
4 अप्रैल से शुरू है रमजान का महीना : बता दें कि 4 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू हो गया है. इसमें मुस्लिम समाज के लोग (Ramzan Celebration in Rajasthan) रोजा रखते हैं. इसी त्योहार को देखते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने बिजली कटौती नहीं करने का आदेश जारी किया था.
बीजेपी ने लगाया था आरोप : दरअसल, बीजेपी ने रमजान माह पर निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर डिस्कॉम के आदेश के बाद भाजपा ने आपत्ति जताई थी. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने (Gulab Chand Kataria Targeted on Gehlot Government) कहा था कि आदेश का स्वागत करता हूं, लेकिन तुष्टीकरण के आधार पर गहलोत सरकार आदेश नही निकाले. रमजान माह के साथ ही यदि नव संवत्सर और नवरात्र को लेकर भी अगर आदेश निकाला जाता तो ज्यादा ठीक रहता.
शेखावत ने साधा निशाना- मेरे जोधपुर को अपनी सांप्रदायिक साजिश से दूर रखें : केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर क्षेत्र में रमजान के दौरान बिजली कटौती न करने को 'तुगलकी फरमान' करार दिया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हाथ जोड़कर निवेदन है कि कृपया मेरे जोधपुर को अपनी सांप्रदायिक साजिश से दूर रखें. केंद्रीय मंत्री अपनी प्रतिक्रिया जारी कर कहा कि यह आदेश वोट बैंक की राजनीति के चलते दिया गया है. इस तरह के हथकंडे सामाजिक वैमनस्य का कारण बनते हैं. केंद्रीय मंत्री ने तंज कसा कि गहलोत जी सत्ता आपकी है. आप सद्भाव के नाम पर एक को सेलेक्ट और दूसरे को नेगलेक्ट नहीं कर सकते. करौली में आपने अपना खेल कर लिया. हाथ जोड़कर निवेदन है कि कृपया मेरे जोधपुर को अपनी सांप्रदायिक साजिश से दूर रखें.
मेयर बोलीं- गर्मी सबको लगती है : जोधपुर नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने इस प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के वर्ग विशेष के लिए अधिकारियों को आदेश जारी (Ramzan Celebration in Rajasthan) नहीं करने चाहिए. गर्मी सबको लगती है, तो सभी के लिए आदेश होना चाहिए था. अब डिस्कॉम ने दोबारा आदेश निकाला तो अच्छी बात है, लेकिन अधिकारियों को इसका ध्यान रखना चाहिए.
डिस्कॉम का एक और आदेश : रमजान के महीने में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बिजली कटौती नहीं करने का एक अप्रैल को आदेश जारी कर चर्चा में आए जोधपुर डिस्कॉम ने अपनी झेंप मिटाने के लिए एक और आदेश जारी किया है, जिसे शुद्धिपत्र नाम दिया गया है और जो एक अप्रैल के आदेश की निरंतरता में जारी किया गया है. यानी कि वह भी यथावत रहेगा, साथ ही नए निर्देश भी लागू होंगे. नए निर्देश में कहा गया है कि तेज गर्मी के दौरान इस माह आने वाले विभिन्न त्योहारों के दौरान आमजन के लिए जलव्यवस्था सुचारू करने के लिए समूचित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.
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जिससे यह स्पष्ट है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के अलावा अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति बाधित नहीं हो इसके लिए विद्युत आपूर्ति जारी रखी जाए. यानी कि जिस समय जलापूर्ति होगी उस समय बिजली नहीं काटी जाएगी. इसके अतिरिक्त बिजली आपूर्ति निर्बाध जारी रखने की अनिवार्यता नहीं रखी गई है. जबकि पूर्व के आदेश में जलापूर्ति का उल्लेख नहीं कर पूरे रमजान के दौरान बिजली आपूर्ति सुनिश्चत करने के निर्देश दिए गए थे. डिस्कॉम के एमडी प्रमोद टाक का कहना है कि पहले के आदेश में कुछ गलती हो गई थी. हम सभी त्योहारों पर आपूर्ति बनाए रखने का प्रयास करते हैं. लोग अनावश्यक तूल दे रहे हैं.