बस्सी (जयपुर)/चित्तौड़गढ़. जयपुर और चित्तौड़गढ़ में सोमवार को करंट की चपेट में आने से चरवाहे समेत एक व्यक्ति की मौत हो गई. पहली घटना जयपुर ग्रामीण के बस्सी क्षेत्र के राजपुरा पातलवास में हुई, जहां एक व्यक्ति 11 केवी की लाइन की चपेट में आ गया. दूसरी घटना चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलियाजी थाना क्षेत्र में हुई, जहां खेत की सुरक्षा के लिए की गई विद्युत प्रवाहित होने वाली बाढ़ के तार की जद में आने से चरवाहे को जान गंवानी पड़ी.
पुलिस के मुताबिक ग्राम राजपुरा पातलवास निवासी सीताराम पुत्र रामदेव शर्मा (45) के 11 केवी की लाइन की चपेट में आने से झुलस जाने की सूचना मिली थी. घटना के समय वह 11 केवी लाइन नजदीक पेड़ की डालियों को काट रहा था, तभी एक डाली विद्युत तार पर गिर गई और सीताराम भी उस पर गिर गया जिससे करंट की जद में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बस्सी सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया.
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चित्तौड़गढ़ में चरवाहे की मौत
चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलियाजी थाना क्षेत्र में सोमवार को भदेसर मार्ग स्थित एक खेत पर बाढ़ के तार में छोड़ रखे करंट के कारण चरवाहे की करंट लगने से मौत हो गई. मुआवजे की मांग को लेकर सांवलियाजी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी के सामने परिजनों ने विरोध जताया. परिजनों की शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सांवलियाजी में भदेसर सड़क मार्ग के किनारे पर गांव की सरहद में रमेश चंद्र पुत्र हीरालाल खटीक ड्यूटी के बाद सोमवार शाम को कुएं पर आया था. यहां बाढ़ के पास लगे कंटीले तार पर एक शव पड़ा देखकर उसने सांवलियाजी थाने में सूचना दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की शिनाख्त सेगवा गांव निवासी लक्ष्मण (21) पुत्र भैरूलाल भील के रूप में की.
पुलिस की सूचना पर मौके पर परिजन तथा सेगवा गांव के लोग पहुंचे, तो मुआवजे की मांग पर अड़ गए. बाद में मृतक के पिता भैरूलाल भील ने सांवलियाजी पुलिस थाने में रिपोर्ट दी. इसमें बताया कि उसका पुत्र लक्ष्मण बकरियां चराने गया था. इस दौरान खेत मालिक रमेश चंद्र ने बाढ़ के तार में करंट छोड़ कर रखा था और तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने खेत मालिक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.