जयपुर. पेट्रोल डीजल और गैस के दामों में हो रही बढ़ोतरी ने आम आदमी को महंगाई के बोझ के तले दाब दिया है, लेकिन परिवहन सेवा में यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है. प्रदेश की गहलोत सरकार, रोडवेज बसों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं करेगी.
'केंद्र सरकार महंगाई से जनता की पीठ में खंजर घोप रही है'
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने साफ किया कि कोरोना के संक्रमण के वक्त जहां केंद्र सरकार, पेट्रोल डीजल और गैस के दाम बढ़ाकर लोगों को महंगाई के बोझ तले दाब रही है, वहीं राज्य सरकार उन्हें राहत देगी. केंद्र सरकार ने गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल के दामों को बढ़ाकर जनता की पीठ में खंजर घोपने का काम किया है.
'रोडवेज सेवा जन कल्याणकारी सेवा'
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार आम जनता को राहत देगी. रोडवेज बसों में डीजल के दामों की बढ़ोतरी होने के बाद भी किराए में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि रोडवेज सेवा एक जन कल्याणकारी सेवा है, जिसे सरकार आम जनता को राहत देने के लिए अधिक से अधिक किस तरह से आगे बढ़ा सकती है उस पर काम कर रही है. यह सही है कि प्रदेश में रोडवेज घाटे में चल रही है, लेकिन इस घाटे के बावजूद भी हम आम लोगों को किराया बढ़ाकर महंगाई का अतिरिक्त भार नहीं देंगे.
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'रोडवेज में घाटे का प्रमुख कारण डीजल के दामों में बढ़ोतरी'
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि रोडवेज के घाटे में चलने का प्रमुख कारण डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि है. पिछले 3 साल से डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार बनने के बाद रोडवेज बसों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, जिसकी वजह से रोडवेज का घाटा और बढ़ा है. इसके साथ ही रोडवेज बसों में दी जाने वाली सुविधाओं की वजह से भी रोडवेज घाटे में चलती है. विकलांगों को महिलाओं को वृद्ध जनों को रोडवेज बसों में यात्रा करने पर अतिरिक्त छूट दी जाती है, जिसकी वजह से भी रोडवेज बसों पर अतिरिक्त भार आता है, लेकिन यह जन कल्याणकारी सेवा है, जिसे घाटे में भी चलाया जाएगा.
'रोडवेज बेड़े में जल्द शामिल होंगी 50 इलेक्ट्रिक और 550 नई बसें'
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि रोडवेज को और मजबूत बनाने और गांव-गांव तक परिवहन सुविधा पहुंचाने के लिए जल्द की 550 नई बसें खरीदी जाएंगी. पिछले साल रोडवेज के बेड़े में 875 नई बसें शामिल की गई थीं. इस साल 50 इलेक्ट्रिक बसें और 550 नई बसें खरीदी जा रही हैं, जिससे आम आदमी को यात्रा में और ज्यादा राहत मिलेगी.