जयपुर: अपनी मांगों को लेकर पानी की टंकी और मोबाइल टावर पर चढ़कर प्रदर्शन करने के मामलों में राजधानी जयपुर के साथ ही प्रदेशभर में इजाफा हो रहा है. बीते दिनों जयपुर में ही दो अलग-अलग मामलों को लेकर युवा पानी की टंकी और मोबाइल टावर पर चढ़ गए थे. ऐसे मामलों में पुलिस जाप्ता और सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर तैनात करने के साथ ही पुलिस प्रशासन के सामने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की चिंता तो होती ही है, साथ ही सरकारी संपत्ति को नुकसान भी होता है.
ऐसे में अब पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती से निपटने की तैयारी कर रही है. ऐसे लोगों के खिलाफ अब पुलिस कानूनी एक्शन तो लेगी ही. साथ ही घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात होने पर उसका खर्चा भी वसूला जाएगा. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ का कहना है कि अपनी मांगें मनवाने के लिए टंकी या मोबाइल टावर पर चढ़ने वाले लोग अपनी और दूसरों की जानमाल को तो खतरा पैदा करते ही हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति भी बन जाती है. ऐसे में अब ऐसे मौकों पर पुलिस बल की तैनाती का खर्च जोड़कर नोटिस भेजने और खर्चा वसूल करने की तैयारी की जा रही है.
दो दिन में जयपुर में हुई दो घटनाएं : एसआई भर्ती को रद्द करवाने की मांग को लेकर पिछले दिनों दो युवक जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़ गए थे. काफी समझाइश के बावजूद भी वे नीचे नहीं उतरे. बाद में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मौके पर पहुंच कर उन्हें नीचे उतारा था. इसी तरह एक बच्ची की हत्या के मामले में सीबीआई जांच करवाने की मांग को लेकर दो युवक बीएसएनएल के टावर पर भी चढ़ गए थे. पानी की टंकी पर चढ़ने वालों के खिलाफ पीएचईडी की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया है.
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प्रदेशभर में टंकियों पर होंगे पुख्ता सुरक्षा इंतजाम : एडीजी (कानून-व्यवस्था) विशाल बंसल का कहना है कि अधिकांश स्थानों पर पानी की टंकी पर जाने वाली सीढ़ियों पर नीचे एक कमरा बने, जहां ताला लगा रहे और सीढ़ियों पर हर कोई नहीं जा पाए. इसके साथ ही उन्होंने आमजन से अपील की है कि खुद की जान को जोखिम में डालकर विरोध करना या लोगों का ध्यान खींचना समझदारी नहीं है. टंकी-टावर पर चढ़कर अपनी बात कहने पर भी कार्रवाई उसी तरह होगी और सामान्य तरीके से शांतिपूर्वक अपनी बात कहने पर भी उसी तरह कार्रवाई होगी. इससे पुलिसिंग भी प्रभावित होती है.