जयपुर. लंबे समय से घाटे में चल रही राजस्थान रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने गुरुवार को रोडवेज के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के अंतर्गत रोडवेज के लीकेज को कम करने और राजस्थान रोडवेज से जल्द से जल्द घाटे से निकालने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए.
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजस्थान रोडवेज प्रदेश की लाइफ लाइन है और हर सरकार की जिम्मेदारी है कि इसको आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार रोडवेज को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास भी कर रहे हैं. प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रोडवेज का घाटा बहुत बढ़ा है, लेकिन उसकी सेवा भी उतनी ही बढ़ी है.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि करीब 8 महीने पहले रोडवेज प्रशासन की ओर से नई बसें खरीदी गईं थीं. अब 550 और नई बसें रोडवेज प्रशासन की ओर से जल्द ही खरीदी जाएंगी. मंत्री ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार की नीति और नियति दोनों ही साफ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रोडवेज के दायरे को बढ़ाना चाहते हैं और रोडवेज की बसें चलने से प्राइवेट बस ऑपरेटर भी अपने किराये में बढ़ोतरी नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य राजस्थान रोडवेज के अंतर्गत लीकेज को कम करना है और आने वाले समय में उसे बिल्कुल ही बंद करना है. साथ ही उन्होंने कहा कि रोडवेज का मकसद देश की जनता को राहत पहुंचाना है जिससे आमजन ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर सकें.
बिना टिकट यात्रा पर लगेगा भारी जुर्माना
मंत्री ने रोडवेज के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि यदि अब कोई व्यक्ति राजस्थान रोडवेज की बसों के अंतर्गत बिना टिकट यात्रा करते हुए पाया जाता है, तो उससे भारी जुर्माना भी वसूल किया जाएगा. बता दें कि पहले उससे किराया ही वसूला जाता था, लेकिन अब बिना टिकट यात्रा करते मिलने पर अतिरिक्त चार्ज भी वसूला जाएगा.