जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसकी वजह से राज्य सरकार की ओर से 10 मई से लॉकडाउन भी लगाया गया. लॉकडाउन के चलते एक बार फिर आमजन का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इसका सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट पर देखने को मिला है. कोरोना के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर करोड़ों का नुकसान हुआ है.
राजस्थान में अब तक करोड़ों रुपए से ज्यादा का व्यवसाव चौपट हो गया है. जयपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि कुबेर के बाद से ही ट्रांसपोर्ट दर्शाया हाशिए पर आ गया है. इसके साथ ही 1600 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान भी ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर देखने को मिल रहा है.
अनिल आनंद ने बताया कि सरकार की ओर से भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन की तरफ से इस स्थिति को देखते हुए भी भाव और किराए भाड़े में बढ़ोतरी नहीं की गई.
अनिल आनंद ने मांग की है कि ट्रांसपोर्ट से लगातार पिछले वर्ष इस महामारी के दौर में आगे आकर गुड सप्लाई की चेन को रुकने नहीं दे रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार ट्रांसपोर्टर्स को राहत देते हुए एक राहत पैकेज की भी घोषणा करे.
रोजाना हो रहा 70 से 80 करोड़ का नुकसान
जयपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्य्क्ष अनिल आनंद ने बताया कि जब सरकार की ओर से 10 मई से लॉकडाउन लगाया था. तब से रोजाना 70 से 80 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है. जिसके चलते अभी तक 1600 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान ट्रांसपोर्ट और राज्य सरकार को हो चुका है.