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जयपुर: आजादी के बाद से अब तक शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलाव - etv bharat

किसी भी राष्ट्र को एक समृद्ध देश बनाने में वहां की शिक्षा व्यवस्था महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जब 15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ तब भारत में अशिक्षा फैली हुई थी. आजादी के वक्त देश में केवल 12 प्रतिशत लोग ही साक्षर थे.

transformation of education system after independence in rajasthan and india
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Published : Aug 13, 2019, 2:25 PM IST

जयपुर. भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जरूरी था यहां की शिक्षा के स्तर को सुधारा जाए जिसके लिए समय-समय पर कई आयोग गठित किए गए जिन्होंने देश की शिक्षा को नई दिशा दी. आजादी के समय सिर्फ 12 प्रतिशत लोग ही साक्षर हुए थे.

ये बने थे शिक्षा आयोग-

  • 1948 में डॉ एस राधाकृष्ण आयोग बना
  • 1952 में माध्यमिक शिक्षा आयोग
  • 1964 में डॉ. डीएस कोठारी आयोग
  • 2017 तक ऐसे ही 11 ओर समिति व आयोगों का गठन हुआ
    जयपुर: आजादी के बाद से अब तक शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलाव

भारत मे शिक्षा का स्तर-

  • 14 लाख से ज्यादा स्कूल
  • 850 से ज्याद कॉलेज
  • 40 हजार उच्च शिक्षा संस्थान
  • 74.4 प्रतिशत साक्षरता
  • राजस्थान की शिक्षा का स्तर

देश मे साक्षरता के नाम पर 33 वे स्थान पर

  • 22 विश्वद्यालय
  • 105514 स्कूल
  • 553 कॉलेज
  • 66.1 प्रतिशत लोग शिक्षित
  • 79.2 प्रतिशत पुरुष
  • 52.1 प्रतिशत महिलाएं

भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार 74.4 प्रतिशत साक्षरता है. वहीं राजस्थान देश में साक्षरता के नाम पर 33वें स्थान पर आता हैं. देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बजट में इजाफा करती रही है, जो इस साल केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की व्रद्धि करते हुए कुल 93,847 करोड़ रुपए आवंटित किए गए. वहीं प्रदेश की बात करे तो केंद्र से आवंटित बजट में राज्य को 40, 014 करोड़ मिले.

शिक्षाविद विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि देश प्रदेश मे साक्षातर का ग्राफ जरूर बढ़ा है लेकिन दैनिक उपयोग में नहीं ले पाया है. प्रदेश में बच्चियों के ड्राप आउट अनुपात चिंताजनक है, 40 प्रतिशत से ज्यादा बच्चियों का ड्राप आउट रहता है. प्रदेश में 12 हजार बालिका स्कूल को बंद कर दिया गया.

जयपुर. भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जरूरी था यहां की शिक्षा के स्तर को सुधारा जाए जिसके लिए समय-समय पर कई आयोग गठित किए गए जिन्होंने देश की शिक्षा को नई दिशा दी. आजादी के समय सिर्फ 12 प्रतिशत लोग ही साक्षर हुए थे.

ये बने थे शिक्षा आयोग-

  • 1948 में डॉ एस राधाकृष्ण आयोग बना
  • 1952 में माध्यमिक शिक्षा आयोग
  • 1964 में डॉ. डीएस कोठारी आयोग
  • 2017 तक ऐसे ही 11 ओर समिति व आयोगों का गठन हुआ
    जयपुर: आजादी के बाद से अब तक शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलाव

भारत मे शिक्षा का स्तर-

  • 14 लाख से ज्यादा स्कूल
  • 850 से ज्याद कॉलेज
  • 40 हजार उच्च शिक्षा संस्थान
  • 74.4 प्रतिशत साक्षरता
  • राजस्थान की शिक्षा का स्तर

देश मे साक्षरता के नाम पर 33 वे स्थान पर

  • 22 विश्वद्यालय
  • 105514 स्कूल
  • 553 कॉलेज
  • 66.1 प्रतिशत लोग शिक्षित
  • 79.2 प्रतिशत पुरुष
  • 52.1 प्रतिशत महिलाएं

भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार 74.4 प्रतिशत साक्षरता है. वहीं राजस्थान देश में साक्षरता के नाम पर 33वें स्थान पर आता हैं. देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बजट में इजाफा करती रही है, जो इस साल केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की व्रद्धि करते हुए कुल 93,847 करोड़ रुपए आवंटित किए गए. वहीं प्रदेश की बात करे तो केंद्र से आवंटित बजट में राज्य को 40, 014 करोड़ मिले.

शिक्षाविद विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि देश प्रदेश मे साक्षातर का ग्राफ जरूर बढ़ा है लेकिन दैनिक उपयोग में नहीं ले पाया है. प्रदेश में बच्चियों के ड्राप आउट अनुपात चिंताजनक है, 40 प्रतिशत से ज्यादा बच्चियों का ड्राप आउट रहता है. प्रदेश में 12 हजार बालिका स्कूल को बंद कर दिया गया.

Intro:जयपुर- किसी भी राष्ट्र को एक समृद्ध देश बनाने में वहां की शिक्षा व्यवस्था महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जब 15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ तब भारत में सरिता फैली हुई थी। आजादी के वक्त देश में केवल 12 प्रतिशत लोग ही साक्षर थे। भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जरूरी था यहां की शिक्षा के स्तर को सुधारा जाए जिसके लिए समय-समय पर कई आयोग गठित किए गए जिन्होंने देश की शिक्षा को नई दिशा दी।




Body:आजादी के समय सिर्फ 12 प्रतिशत लोग ही साक्षर हुए थे।

ये बने थे शिक्षा आयोग
- 1948 में डॉ एस राधाकृष्ण आयोग बना
- 1952 में माध्यमिक शिक्षा आयोग
- 1964 में डॉ. डीएस कोठारी आयोग
- 2017 तक ऐसे ही 11 ओर समिति व आयोगों का गठन हुआ

भारत मे शिक्षा का स्तर
- 14 लाख से ज्यादा स्कूल
- 850 से ज्याद कॉलेज
- 40 हजार उच्च शिक्षा संस्थान
- 74.4 प्रतिशत साक्षरता

राजस्थान की शिक्षा का स्तर
- देश मे साक्षरता के नाम पर 33 वे स्थान पर
- 22 विश्वद्यालय
- 105514 स्कूल
- 553 कॉलेज
- 66.1 प्रतिशत लोग शिक्षित
- 79.2 प्रतिशत पुरुष
- 52.1 प्रतिशक्त6 महिलाएं

भारत मे 2011 की जनगणना के अनुसार 74.4 प्रतिशत साक्षरता है। वही राजस्थान देश मे साक्षरता के नाम पर 33वें स्थान पर आता है। देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बजट में इजाफा करती रही है, जो इस साल केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की व्रद्धि करते हुए कुल 93,847 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। वही प्रदेश की बात करे तो केंद्र से आवंटित बजट में राज्य को 40, 014 करोड़ मिले।

शिक्षाविद विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि देश प्रदेश मे साक्षातर का ग्राफ जरूर बड़ा है लेकिन दैनिक उपयोग में नहीं ले पाया है। प्रदेश में बच्चियों के ड्राप आउट रेश्यो चिंताजनक है, 40 प्रतिशत से ज्यादा बच्चियों का ड्राप आउट रहता है। प्रदेश में 12 हजार बालिका स्कूल को बंद कर दिया गया।

बाईट- विपिन प्रकाश शर्मा, शिक्षाविद



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