जयपुर. इनकी ना दोपहर होती है ना शाम, हर घंटे हर पहर शहर में लगने वाले जाम से जूझते उनका निपटारा करते शहर की यातायात पुलिस को इस तपती गर्मी में दो पल की छांव भी नसीब नहीं होती. गर्मी हो, बारिश हो या तूफान आए, हर मौसम में ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी करते हैं. तेज गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है. इनमें सबसे पहली समस्या है गुमटियों का नहीं होना.
तेज कड़ी धूप में ट्रैफिक पुलिसकर्मी यातायात का संचालन कर रहे हैं, लेकिन उनको 2 पल की छांव तक नसीब नहीं हो पा रही है. राजधानी जयपुर में कई जगह पर गुमटियों की व्यवस्था नहीं होने से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तपती धूप में भोजन करने के लिए भी छाव नसीब नहीं हो पाती है. हालांकि अधिकांश जगह पर गुमटियों की व्यवस्थाएं हैं, लेकिन जिस जगह पर गुमटियों की व्यवस्था नहीं है. वहां पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को ठंडा पानी रखने, अपना लंच बॉक्स और चालान उपकरण रखने के लिए भी जगह नहीं मिल पाती है. दो शिफ्टों का जाप्ता रहता है, तो एक शिफ्ट को रेस्ट की जगह नहीं मिलती है.
चालान मशीन, डायरिया, वायरलेस सेट, चार्जिंग मशीन जैसे विभिन्न जरूरी सामान भी रखने के लिए बिना गुमटी के परेशानी होती है. जहां पर गुमटियां हैं, वहां ट्रैफिक पुलिसकर्मी छांव में बैठ सकते हैं और भोजन भी आराम से कर सकते हैं. जयपुर शहर में कई जगहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए गुमटियों की व्यवस्था नहीं होने की वजह से पानी और भोजन रखने के लिए भी जगह नहीं मिल पाती है.
बारिश के मौसम में वायरलेस मशीन और अन्य चालान उपकरण को बचाने के लिए गुमटी जरूरी है. कई बार बारिश में डायरिया भीग जाती है. इसके साथ ही कई बार ट्रैफिक पुलिसकर्मी ट्रैफिक संचालन के साथ अपराधियों को भी पकड़ लेते हैं. ऐसे में अपराधियों को बैठाने के लिए भी गुमटी उपयोगी रहती है. गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है. तेज गर्मी में अपनी ड्यूटी करने के बाद जब ट्रैफिक पुलिसकर्मी लंच करता है, तो ऐसे में दो पल की छांव भी नसीब नहीं हो पाती है. पानी भी अगर धूप में रहता है, तो गर्म हो जाता है.
इन जगहों पर गुमटी की समस्या
दिल्ली हाईवे पर सड़वा मोड़, खोले के हनुमानजी गेट, मानबाग तिराहा, सुभाष चौक, चांदी की टकसाल, दड़ा मार्केट, बरफ खाना चौराहा, धर्म सिंह सर्किल, आरोग्य पथ, पुरानी चुंगी, 52 फीट हनुमान मंदिर, कानोता तिराहा, डीसीएम अजमेर रोड, ढाबास पुलिया, स्टेचू सर्किल, संजय टर्न तिराहा, निर्माण नगर, हसनपुरा कट, रॉयल्टी तिराहा, गांधी सर्किल, जज चौराहा और अजमेर रोड पर भांकरोटा के आसपास समेत अन्य जगहों पर गुमटियों की व्यवस्थाएं नहीं हैं.
डीसीपी ट्रैफिक आदर्श सिद्धू ने बताया कि गर्मी का सीजन आ गया है, उसको देखते हुए ट्रैफिक पुलिस के लिए गुमटियों को दुरस्त करवाया गया है. गुमटियों में पंखे और पानी की व्यवस्था करवा ली गई है. कुछ जगह पर गुमटियों की हालत सही नहीं है. आने वाले समय में उनको भी ठीक करवा लिया जाएगा. जो कमियां हैं, उनको दूर कर लिया जाएगा.
ट्रैफिक पुलिसकर्मी कोरोना की जंग में अपनी ड्यूटी बखूबी से निभा रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को स्वयं की सुरक्षा और सावधानी के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. तभी पुलिसकर्मियों को मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए गए हैं. पुलिसकर्मी खुद सुरक्षित रहेंगे, तभी अपनी ड्यूटी अच्छे से कर पाएंगे. मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है. ट्रैफिक पुलिस कर्मी सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर कार्रवाई कर रहे हैं. वाहन चालकों से भी सुरक्षित दूरी बना कर चालान की कार्रवाई की जा रही है, ताकि पुलिसकर्मी बीमारी से भी दूर रहें और अपनी ड्यूटी अच्छे से कर सकें.
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ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने बताया कि गुमटी होने से पुलिस कर्मियों को काफी सुविधा मिलती है. चालान उपकरण की सुरक्षा के लिए भी गुमटी की जरूरत पड़ती है. चालान की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, डायरी, वायरलेस सेट समेत अन्य जरूरी सामान और उपकरण रखने के लिए गुमटी सुरक्षित रहती है, क्योंकि मौसम बदलता है या बारिश आती है, तो ऐसे उपकरणों को सुरक्षित बचाने के लिए गुमटी जरूरी है.
इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए पानी का कैंपर और लंच बॉक्स भी गुमटी में सुरक्षित रखा जा सकता है. इसके साथ ही कीमती चीज चालान डायरी और जब्ती बुक को भी गुमटी में सुरक्षित रखा जा सकता है. वायरलेस सेट और इलेक्ट्रॉनिक चालान मशीन डिस होने पर चार्जिंग के लिए भी गुमटी में व्यवस्था रहती है. जब पुलिसकर्मियों की स्विफ्ट बदलती है, तो पहले ड्यूटी कर चुकी शिफ्ट के पुलिसकर्मियों को एक घंटे का रेस्ट मिलता है. ऐसे में वह गुमटी में ही रुककर रेस्ट कर सकते हैं और वापस अपने ड्यूटी पर तैनात हो सकते हैं. कई बार गुमटी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को परेशान पड़ता है.
अधिकांश चौराहों पर गुमटियों की व्यवस्था है, लेकिन जिन चौराहों पर व्यवस्थाएं नहीं है, वहां पर मोबाइल चार्जिंग, वायरलेस सेट और चालान मशीन चार्जिंग में भी परेशानी होती है. चालान उपकरण और अन्य जरूरी डायरियों समेत सामान रखने में भी परेशानी होती है. गर्मी और बारिश के समय ज्यादा परेशानी होती है.
ट्रैफिक पुलिसकर्मी अधिकारियों के निर्देशानुसार ड्यूटी कर रहे हैं. प्रत्येक वाहन की चेकिंग की जा रही है. अगर कोई वजह बजे बाहर घूम रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. मेडिकल और अन्य आवश्यक कार्य के लिए ही लोगों को छूट दी जा रही है. वेबजह घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.