जयपुर. राजधानी में सूदखोरों का आतंक दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है और सूदखोरों से परेशान होकर लोग आत्महत्या का कदम उठा रहे हैं. राजधानी के सांगानेर थाना क्षेत्र में सूदखोरों से मिलने वाली धमकियों से परेशान होकर एक व्यापारी ने विषाक्त का सेवन कर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने वाले व्यापारी के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें आधा दर्जन से अधिक ब्याज माफियाओं व सूदखोरों का जिक्र किया गया है. आत्महत्या का कदम उठाने वाले व्यापारी का नाम कैलाश खंडेलवाल है, जो कि न्यू सांगानेर रोड मानसरोवर स्थित मंगलम आनंदा में अपने परिवार के साथ रहा करते थे.
कैलाश खंडेलवाल का ज्वेलरी का काम करता था और जोहरी बाजार में उनकी दुकान थी. कैलाश खंडेलवाल ने कुछ लोगों से ब्याज पर रुपए उधार लिए थे. जिसे उन्होंने ब्याज समेत चुका भी दिया, लेकिन उसके बावजूद भी ब्याज माफिया और सूदखोर उन्हें और रुपए देने के लिए परेशान कर रहे थे. जिसके चलते कैलाश खंडेलवाल ने आत्महत्या का कदम उठा लिया.
परिवार के सदस्यों को भेजा मैसेज मैं जीना चाहता हूं
कैलाश खंडेलवाल सोमवार सुबह बिना बताए घर से चले गए और देर रात अपने समधी को फोन कर खुद के सही होने और मंगलवार सुबह घर लौट आने की बात कही. मंगलवार को दोपहर में आत्महत्या करने से पहले कैलाश खंडेलवाल ने परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल पर यह मैसेज भेजा कि मैं जीना चाहता हूं, लेकिन ब्याज माफियाओं और सूदखोरों ने इतना परेशान कर दिया है कि अब जी नहीं सकता. इसके बाद विषाक्त का सेवन करने के बाद कैलाश खंडेलवाल ने अपनी पत्नी को फोन कर खुद के टोंक रोड स्थित होटल थीम होटल के बाहर खड़े होने और जहर खाने की सूचना दी.
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सूचना पर घटनास्थल के पास ही रहने वाली कैलाश की सगी बहन कैलाश को गंभीर अवस्था में जयपुरिया अस्पताल लेकर पहुंची. जहां इलाज के दौरान कैलाश की मौत हो गई. कैलाश के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने 8 लोगों पर ब्याज को लेकर प्रताड़ित करने आत्महत्या के लिए उकसाने की बात लिखी है.
पुलिस कटवाती रही चक्कर पर चक्कर
60 वर्षीय कैलाश खंडेलवाल द्वारा आत्महत्या करने के बाद जब परिजन रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने पहुंचे तो उन्हें मामला दूसरे थाना इलाके का होने की बात कहकर एक थाने से दूसरे थाने भेज दिया गया. मुहाना थाने पहुंचने पर मृतक के परिजनों को सांगानेर सदर थाना जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया. जब मृतक के परिजन सांगानेर सदर थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने मामला सांगानेर थाने का होने की बात कहते हुए परिजनों को सांगानेर थाने जाने के लिए कहा.
इसके बाद जब परिजन सांगानेर थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने मामला मुहाना थाने का होने की बात कहते हुए परिजनों को मुहाना थाने जाने को कहा. इस तरह से मृतक के परिजनों को पुलिस कर्मियों ने देर रात तक एक थाने से दूसरे थाने के चक्कर कटवाए और अंत में मुहाना थाना अधिकारी द्वारा सांगानेर थाना अधिकारी को फोन करने पर मृतक के परिजनों का सांगानेर थाने में मामला दर्ज किया गया.