जयपुर. राजस्थान में लाइट एंड साउंड शो के 45 करोड़ के टेंडर का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह लगातार इसमें घोटाले की बात कर रहे हैं तो अब यह मामला सीएमओ तक भी पहुंच गया है. यही वजह है कि गुरुवार को सीएमओ के दो अधिकारी मंत्री विश्वेंद्र सिंह के पास पहुंचे और उनसे इस पूरे मामले की जानकारी जुटाई. इससे पहले विश्वेंद्र सिंह ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट से मुलाकात की और उन्हें दोबारा इस मामले से अवगत कराया.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला अब सीएमओ तक पहुंच चुका है और मुझे इंतजार है कि सीएमओ इस मामले में क्या करते हैं. उन्होंने कहा कि लाइट एंड साउंड शो को लेकर 9 टेंडर हुए हैं जिनमें से 5 टेंडर ऐसे हैं जिनमें केवल एक कंपनी की सिंगल बिड आई है, जो अनियमितता को उजागर करती है.
20 फीसदी ब्यूरोक्रेसी खराब!
उन्होंने कहा कि टूरिज्म विभाग में जहां भी सुधार की आवश्यकता होगी वह करेंगे. प्रदेश में नई टूरिज्म पॉलिसी लाई जा रही है जिसमें हर किसी की राय लेकर काम किया जा रहा है. वहीं, प्रदेश में ज्यादा टूरिस्ट आएं इसके लिए डेजर्ट के 4 जिलों में नए सर्किट डवेलप करने के लिए यूनेस्को के साथ एमओयू भी साइन किया है.
विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि वह इस डिपार्टमेंट को पूरी तरीके से रिवाइव करना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की पूरी ब्यूरोक्रेसी खराब नहीं है लेकिन 20 फीसदी ऐसे अफसर हैं जो सही काम को हटाकर गलत काम करना चाहते हैं. ऐसे में उन्होंने साफ तौर पर ऐसे अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि मेरे विभाग में मैं सही काम अटकने नहीं दूंगा और गलत काम किसी को करने नहीं दूंगा.
'सोनिया गांधी को नहीं करूंगा शिकायत'
पर्यटन विभाग के ऑफिस नहीं जाने को लेकर उन्होंने कहा कि यह महज एक संयोग है कि मैं पर्यटन ऑफिस नहीं जा पा रहा हूं. इसमें कोई नाराजगी की बात नहीं. वहीं उन्होंने इस बात से भी पर्दा उठाया कि वे इस मसले को सोनिया गांधी के समक्ष रखेंगे. उन्होंने कहा वे ऐसा नहीं करेंगे. कई लोग यह अफवाह फैलाते हैं कि मैं अपने मंत्रालय से खुश नहीं हूं लेकिन ऐसा नहीं है. यह मुख्यमंत्री का अधिकार है कि वह मुझे क्या विभाग दें. मेरा काम इतना है कि मैं अपने विभाग में क्या सुधार कर सकता हूं क्योंकि जनता के लिए जिम्मेदार मैं हूं अफसर नहीं.
सचिन पायलट मेरे बॉस : विश्वेन्द्र सिंह
टेंडर विवाद की बात पर आते हुए उन्होंने कहा कि अगर 31 मार्च तक टेंडर नहीं किए तो पैसा लैप्स हो जाएगा. वह यह भी नहीं चाहते लेकिन 9 में से 5 टेंडर ऐसे हैं जो सिंगल हैं. उसे निरस्त किया जाना चाहिए. सीएमओ से आए अधिकारियों ने उन्हें संतुष्ट किया है लेकिन उनकी साफ मांग है कि सिंगल बिड वाले टेंडरों को निरस्त किया जाए. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मैं प्रदेश कांग्रेस का वरिष्ठ उपाध्यक्ष हूं और सचिन पायलट सीधे मेरे बॉस हैं क्योंकि वह अध्यक्ष हैं. वहीं, अशोक गहलोत मेरे मुख्यमंत्री हैं. उनसे मिलूं तो किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
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आइए अब जान लेते हैं उन टेंडर के बारे में जिन पर पर्यटन मंत्री को है आपति
- कुंभलगढ फोर्ट का टेंडर सिंगल बिड पर DSPL कंपनी को दिया गया.
- मीराबाई स्मारक मेड़ता सिटी का भी सिंगल बिड टेंडर DSPL कंपनी को दिया गया.
- मचकुंड सरोवर धौलपुर का टेंडर TC कंपनी को दिया गया. यह भी सिंगल बिड था.
- सांवलिया सेठ जी चित्तौड़गढ़ का टेंडर TC कंपनी को दिया गया है जो सिंगल बिड है.
- सांभर झील से जुड़ा एक टेंडर भी सिंगल बिड पर DSPL कंपनी को दिया गया.