जयपुर. कोरोना महामारी के चलते जहां पिछले 1 वर्ष से पर्यटन विभाग की ओर से किसी भी तरह का आयोजन नहीं किया गया था. वहीं अब धीरे-धीरे दोबारा से पर्यटन वापस से पटरी पर लौटने लगा है. पिछले वर्ष मार्च में कोविड-19 की वजह से पर्यटन पर एक बड़ा असर देखने को मिला था और पर्यटन व्यवसाय की कमर भी टूट गई थी. जिसके चलते लाखों लोग बेरोजगार हो गए थे.
वहीं राजस्थान में हर वर्ष आयोजित होने वाले सैकड़ों मेले और त्योहार भी कोविड-19 की वजह से आयोजित नहीं हो सके, लेकिन अब पर्यटन दोबारा से अपनी पटरी पर लौटने लगा है और अब रंगों की बौछार के आगे कोरोना वायरस टिक नहीं सकेगा. बता दें कि कोविड-19 गाइडलाइन की पालना करते हुए इस बार रंगोत्सव की तैयारी पर्यटन विभाग की ओर से शुरू कर दी गई है.
1 वर्ष बाद फिर से प्रदेश में मेले और उत्सव की घटा दोबारा से बरसने के लिए भी तैयार है. इसके साथ ही स्वर्ण नगरी जैसलमेर मरू उत्सव का आयोजन की तैयारी भी पर्यटन विभाग की ओर से शुरू कर दी गई है. पर्यटन विभाग की ओर से सबसे पहला आयोजन जैसलमेर में मरु उत्सव के तौर पर शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही राजधानी जयपुर में भी उत्सव आयोजित किए जाने की संभावना पर भी पर्यटन विभाग की ओर से विचार किया जा रहा है.
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बता दें कि पिछले वर्ष मार्च में आए कोविड-19 के बाद से ही पर्यटन विभाग की ओर से करीब दो दर्जन मिले और उत्सव के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था, लेकिन अब दोबारा से पर्यटन पटरी पर लौटने लगा है और पर्यटन विभाग की ओर से उत्सवों को मनाने की तैयारी भी दोबारा से शुरू कर दी गई है. जहां एक ओर पर्यटन विभाग की ओर से स्वर्ण नगरी जैसलमेर में मरु उत्सव के आयोजन की शुरुआत शुरू की गई है, तो वहीं दूसरी ओर राजधानी जयपुर में जो धुलंडी उत्सव आयोजित करने पर भी पर्यटन विभाग की ओर से विचार किया जा रहा है. बता दें कि धुलंडी पर देसी और विदेशी पर्यटक आते हैं और धुलंडी के त्यौहार का आनंद भी लेते हैं.