जयपुर. पर्यटन के लिहाज से राजस्थान विदेशियों सहलानियों की पहली पंसद रहा है, लेकिन कोविड के चलते पिछले एक साल से प्रदेश के अंतर्गत किसी भी तरह का बड़ा आयोजन नहीं किया गया है. जिससे पर्यटन विभाग को काफी नुकसान भी हुआ है. अभी तक सैलानियों को लेकर प्रदेश में पर्यटन विभाग की ओर से किसी भी तरह की तैयारी नहीं की गई है.
वहीं, कुछ दिन पहले तक अनुमान लगाया जा रहा था कि होली के त्यौहार के रंग में प्रदेश के अंतर्गत एक बार फिर से त्यौहारों की बहार आने की संभावना लगाई जा रही थी. इसी के तहत धुलंडी के त्यौहार को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों की ओर से पर्यटन विभाग के मुखिया को एक फाइल बनाकर भेजी थी. जिसपर महाराष्ट्र और केरल के अंतर्गत आए नए कोरोना स्ट्रेन के बाद अब धुलंडी के त्यौहार पर पानी भी फिर गया है.
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बता दें हर वर्ष पर्यटन विभाग की ओर से हर वर्ष धुलंडी के त्यौहार पर विदेशी सैलानियों के साथ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था. अब कोविड-19 के चलते इस वर्ष धुलंडी का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है. इस बार विश्व प्रसिद्ध धुलंडी का उत्सव पर्यटन विभाग की ओर से नहीं मनाया जाएगा. धुलंडी उत्सव के प्रस्ताव की फाइल पर्यटन विभाग ने नामंजूर कर दी.
राजस्थान में होने वाला धूलंडी का त्यौहार विश्व प्रसिद्ध माना जाता है. इस त्यौहार के अंतर्गत विदेशी पर्यटक राजस्थान में आकर रंगों के त्यौहार का आनंद भी लेते हैं. जहां पिछले वर्ष कोविड के चलते यह कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका था. अब इस वर्ष भी यह कार्यक्रम आयोजित नही किया जाएगा.